भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में नवंबर के महीने में भी कोरोना (MP Corona Update) का कहर जारी है। 9 नंवबर 2021 को प्रदेश में 9 और आज 10 नवंबर को 5 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए है और 13 मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंचे, जिसके बाद एक्टिव केसों की संख्या 88 पहुंच गई है। मप्र में संक्रमण दर 0.01 प्रतिशत के साथ रिकवरी रेट 98.60 प्रतिशत हो गया है।नए केसों में इंदौर-भोपाल में लगातार मामले (MP Corona Active Case) मिल रहे है।इंदौर की बात करें तो अभी करीब 10 दिनों से हर दिन औसतन 2-2 नए मरीज मिल रहे हैं लेकिन सोमवार को जो 7 नए मरीज मिले हैं, उसने एक बार फिर चौंकाया है।
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स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 9 नवंबर 2021 को 9 नए केस जिसमें 7 इंदौर और भोपाल में 3 मामले सामने आए है।वही 10 नवंबर को 5 नए केस मिले है। इससे पहले 8 और 7 नवंबर को 6-6 केस सामने आए थे।इसमें 46777 मरीजों की जांचे की गई। 1594 फीवर क्लिनिक एक्टिव है।गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि
मध्य प्रदेश में #Corona संक्रमण की दर मात्र 0.01 फीसदी बची है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के सिर्फ 5 नए केस आए हैं जबकि 12 लोग स्वस्थ होकर घर गए हैं।वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के कुल एक्टिव केसों की संख्या 81 और रिकवरी रेट 98.60% है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेशवासियों को कोरोना से सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिये शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना हमारी प्राथमिकता में है। इसे पूरा करने के लिये 10 नवम्बर से कोविड टीकाकरण महाअभियान की श्रंखला शुरू की जा रही है, जिसके अंतर्गत प्रदेश में 23 लाख डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है। हमारा लक्ष्य है कि 25 दिसम्बर तक प्रदेश में सम्पूर्ण टीकाकरण हो जाये।
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मुख्यमंत्री शिवराज (Shivraj Singh Chouhan) ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिये हैं कि वे टीकाकरण महाअभियान में प्रेरक की भूमिका निभाएँ। प्रदेश में 10, 17 एवं 24 नवम्बर और 1 दिसम्बर को कोविड टीकाकरण महाअभियान चलाया जायेगा। इसका लक्ष्य है प्रदेश के ऐसे सभी पात्र व्यक्ति, जिन्हें कोविड के दोनों टीके नहीं लगे, उन्हें कोविड टीके के दोनों डोज लगाये जाना सुनिश्चित करना। सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में सक्रिय भूमिका निभाएँ और स्थानीय जन-प्रतिनिधियों, ग्राम, विकासखण्ड एवं जिला-स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट समूह, सामाजिक संस्थाओं, धर्मगुरुओं, कोरोना वॉलेंटियर्स, विद्यार्थियों और विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ मिलकर वैक्सीनेशन के लक्ष्य को प्राप्त करें।