MP Election 2023 : कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर एक नई शुरुआत करनी होगी। आदिवासी कांग्रेस के तत्वाधान में आयोजित अमर शहीद आदिवासी जननायक राजा शंकर शाह जी एवं कुंवर रघुनाथ शाह जी के बलिदान दिवस कार्यक्रम में उन्होने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर आदिवासी समाज को मांग पत्र की नहीं ‘डिमांड पत्र’ लाने की जरुरत होगी। उन्होने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर आपको हाथ जोड़कर नहीं मांगना पड़ेगा, आप छाती ठोंककर डिमांड करेंगे।
आदिवासी समाज से सच्चाई का साथ देने का आह्वान
भोपाल के मानस भवन में आयोजित कार्यक्रम में कमलनाथ ने कहा कि आने वाला चुनाव किसी पार्टी या उम्मीदवार का नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के भविष्य का है। उन्होने कहा कि वो आदिवासी समाज से सबसे ज्यादा उम्मीद करते हैं क्योंकि उन्होने हमेशा सच्चाई का साथ दिया है। अगर मध्य प्रदेश के आदिवासी समाज ने ठान लिया तो उन्हें कोई नहीं रोक सकता है और कांग्रेस का झंडा मध्य प्रदेश की विधानसभा में लहराएगा। एक बार फिर आदिवासी अत्याचार का मुद्दा उठाते हुए उन्होने बीजेपी सरकार पर जमकर आरोप लगाया और कहा कि उसने पेसा कानून की भर्ती में भी घोटाला किया है। आदिवासी दिवस जो कांग्रेस ने शुरु किया था, उसे बीजेपी सरकार ने बंद किया। उन्होने कहा कि जब तक आदिवासी समाज संगठित होकर नहीं लड़ेगा, वो आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
‘मांग पत्र’ नहीं ‘डिमांड पत्र’
कमलनाथ ने कहा कि 15 महीने की सरकार में ढाई महीने लोकसभा और विधानसभा चुनाव की आचार संहिता में गए। साढ़े 11 महीने की सरकार में उन्होने अपनी नीति और नीयत का परिचय दिया। लेकिन अब आगे एक नई शुरुआत करनी होगी और उन्होने आदिवासियों से कहा कि आप लोग अब ‘मांग पत्र’ नहीं ‘डिमांड पत्र’ बनाइये क्योंकि कांग्रेस की सरकार आने पर आपको हाथ जोड़कर कुछ नहीं मांगना पड़ेगा बल्कि छाती ठोंककर अपनी डिमांड रखेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज प्रदेशभर में आदिवासियों की स्थिति बदहाल है, आदिवासी छात्रावासों में अव्यवस्थाओं का आलम है। उनके ऊपर लगातार अत्याचार हो रहे हैं और बीजेपी सरकार के शासनकाल में चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। उन्होने आदिवासी समाज से सच्चाई का साथ देने का आह्वान किया और वादा किया कि कांग्रेस सरकार बनने पर उनके हितों को सर्वोपरि रखा जाएगा।