MP Election 2023 : उमा भारती ने BJP के शीर्ष नेतृत्व को संबोधित कर इकबाल का शेर कहा, क्या है मायने ?

Uma Bharti tweeted

 MP Election 2023 : बीजेपी की चौथी लिस्ट जारी होने के करीब एक हफ्ते बाद उमा भारती ने कुछ ऐसा कहा है जिससे सियासी हलकों में हलचल मच गई है। उन्होने कहा है कि इस सूची को लेकर उनके मन में आश्चर्य और प्रसन्नता का भाव है और इस बारे में उन्होने शीर्ष नेतृत्व को बता दिया है। लेकिन इसके बाद उमा ने अल्लामा इकबाल के शेर की एक पंक्ति उद्धृत करते हुए कुछ ऐसा कहा, जिसके कई मायने निकाले जा सकते हैं। वहीं एक बार फिर ओबीसी महिला रिजर्वेशन का मुद्दा भी उठाया है।

उमा भारती का ट्वीट

उमा भारती ने ट्वीट में लिखा है कि ‘हमने शायद जीतने की योग्यता को ही आधार मान लिया है। लेकिन हमें जीतने की लालसा एवं पराजय के भय से मुक्त होना चाहिए।’ अपने पांच बिंदुओं वाले ट्वीट में उन्होने लिखा है :

  1. हमारी पार्टी भाजपा के उम्मीदवारों की चौथी सूची आ चुकी है।
  2. उम्मीदवारों की इस चारों सूची के बारे में मध्य प्रदेश के हमारे कार्यकर्ता और हमारे मतदाता से बात करके मेरी जो धारणा बनी है सभी को और मुझको आश्चर्य एवं प्रसन्नता का मिला-जुला भाव है। उससे मैंने दिल्ली एवं मध्यप्रदेश के सभी वरिष्ठ भाजपा नेतृत्व को अवगत करा दिया है।
  3. हमने शायद जीतने की योग्यता को ही आधार माना है। हमारी पार्टी निष्ठा एवं नैतिक मूल्यों की पुजारी रही है। हमें जीतने की लालसा एवं पराजय के भय से मुक्त होना चाहिए और दिखना भी चाहिए।
  4. इकबाल के शेर की एक लाइन- “गुफ्तार का ये गाजी तो बना, किरदार का गाजी बन न सका”
  1. अभी तो आखरी सूची के बाद हम इसका भी आंकलन कर लेंगे कि कितने पिछड़े वर्गों की महिलाओं को टिकट मिले, इससे मेरी पिछड़े वर्गों की महिलाओं के आरक्षण की मांग सबको सही लगेगी।

क्या है ट्वीट के मायने

‘गुफ्तार का ये गाजी तो बना, किरदार का गाजी बन न सका’ इसके मायने है कि ‘वो बातों का नायक तो बन गया लेकिन किरदार में उसे उतार न सका’। हालांकि ये बात यहां समझ से परे हैं कि इस पंक्ति के जरिए उमा भारती किसपर निशाना साध रही हैं। वहीं एक बार फिर उन्होने पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के आरक्षण की बात उठाते हुए कहा है कि आखरी लिस्ट आने के बाद ये भी देखा जाएगा कि उन्हें कितने टिकट दिए गए हैं। बहरहाल ये ट्वीट चर्चाओं में है और इसके अलग अलग अर्थ निकाले जा रहे हैं।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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