भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे अभी तक साफ नहीं हो पाएं हैं। इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए प्रदेश की राज्यपाल को पत्र लिख कर समय मांगा। उन्होंने पत्र में कांग्रेस को पास बहुमत का आंकड़ा होने का दावा किया है। इसके लिए उन्होंने राज्यपाल से अनुरोध कर आज रात में ही समय मांगा है। नतीजों के समाप्त होने के बाद सबसे पहले कमलनाथ राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
कमलनाथ ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कांग्रेस को सिंगल लार्जेस्ट पार्टी होने का दावा किया है। कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस के प्रेसिडेंट की हैसियत से राज्यपाल को चिट्ठी भेजकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। जिसमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है, बस औपचारिक घोषणा का इंतज़ार है। कमलनाथ ने निर्दलीय विजेताओं का समर्थन मिलने का दावा किया। इसी समर्थन के आधार पर कमलनाथ ने राज्यपाल को कांग्रेस सरकार बनाने का दावा पेश किया है। सरकार बनाने के लिए यह एक तरह की नियम प्रक्रिया है, जिसके चलते कमलनाथ कोई चूक और देरी नहीं करना चाहते| जिसके चलते देर रात उन्होंने राज्यपाल से मिलने के लिए समय माँगा है|
देर रात तक भाजपा के खाते में जहां 109 सीटों पर है। वहीं कांग्रेस 114 सीटों के करीब पहुंच गई है। यानि पूर्ण बहुमत से महज दो सीट दूर। एेसे में अब मप्र में नई सरकार बनाने के लिये कांग्रेस ने नये समीकरण बनाने की कवायद शुरू कर दी है। मिले संकेतों के मुताबिक भले ही कांग्रेस को पूर्ण बहुमत के लिये मात्र दो सीट की जरुरत हो, लेकिन उसे सपा और बसपा से बिना शर्त समर्थन मिल सकता है। प्रदेश में बसपा के खाते में दो सीट हैं। वहीं सपा ने एक सीट पर जीत हासिल कर ली है। बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती ने अपने निर्वाचित विधायकों को दिल्ली तलब कर लिया है, यदि 4 सीटें निर्देलीय के खाते में हैं। वहीं एक सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने जीत हासिल की है। इस तरह यदि सभी 4 निर्दलीय और एक गोंगपा भी यदि भाजपा को समर्थन दे दें, तो भी प्रदेश में भाजपा सत्ता के जादुई आंकड़ों से दूर ही रहेगी।