राज्य सरकार का बड़ा फैसला, 223 नवीन पद स्वीकृत, पदनाम में भी बदलाव, संविदा और PEB के माध्यम से होगी भर्ती

MP Recruitment 2023 : आगामी चुनाव से पहले प्रदेश की  शिवराज सरकार का पूरा फोकस हर वर्ग पर बना हुआ है। एक तरफ कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में वृद्धि और लाड़ली बहना योजना के तहत के बहनों के  खाते में 1000 भेजने की तैयारी की जा रही है। वही दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के युवाओं को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य शासन द्वारा लोक निर्माण विभाग परियोजना क्रियान्वयन इकाई सुद्दढ़ीकरण करने के लिए 223 नवीन पदों की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके साथ ही तकनीकी अमले के पद नाम परिर्वतन भी किये गये है।लंबे समय से इन पदों को भरने की मांग की जा रही थी, जिसे चुनाव से पहले मंजूरी दे दी गई है।

223 पदों पर स्वीकृति

  1. इसके तहत अब पीडब्ल्यूडी (सिविल) की ही तरह पीडब्ल्यूडी (भवन) में प्रमुख अभियंता का अलग से पद होगा। इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी भवन में मुख्य अभियंता, अधीक्षण यंत्री, कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री भवन व उपयंत्री, वास्तुविद आदि नए पदों को मंजूरी दी गई है। ।
  2. प्रमुख सचिव लोक निर्माण  सुखवीर सिंह ने बताया कि राज्य शासन द्वारा परियोजना क्रियान्वयन इकाई की कार्य-प्रणाली को प्रभावी बनाने के लिए मुख्य अभियंता स्तर से डाटा एन्ट्री आपरेटर तक 223 नवीन पदों की स्वीकृति दी गई है। इन पदों पर नियुक्ति की कार्यवाही विभागीय भर्ती नियमानुसार संविदा/गेट पीईबी के माध्यम से की जाएगी।
  3. PIU के सुदृढीकरण के लिए मानव संसाधन में वृद्धि किए जाने के बाद वर्तमान स्वीकृत पदनाम को प्रशासकीय अधिकार दिए जाने के बाद पद नाम भी परिवर्तित हो जाएंगे। PIU को वास्तुविद आदि व्यय के उपरांत एक फीसदी राशि अतिरिक्त रूप से खर्च कर सकेंगे। इस राशि का उपयोग प्रशिक्षण, हार्डवेयर साफ्टवेयर खरीदी तथा नवाचार व्यय किए जाने की भी अनुमति दी गई है।

पदनाम में बदलाव

परियोजना क्रियान्वयन इकाई के तकनीकी अमले की नवीन पदनाम व्यवस्था में परियोजना संचालक को प्रमुख अभियंता, अतिरिक्त परियोजना संचालक को मुख्य अभियंता, संयुक्त परियोजना संचालक को अधीक्षक यंत्री, संभागीय परियोजना यंत्री को कार्यपालन यंत्री, परियोजना यंत्री को सहायक यंत्री और सहायक परियोजना यंत्री को उप यंत्री भवन के नाम से जाना जाएगा।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)