MP Youth Employment : आगामी चुनावों से पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का रोजगार पर बड़ा फोकस बना हुआ है। रोजगार को लेकर राज्य सरकार द्वारा नित नए प्रयास भी किए जा रहे है। इसी कड़ी में शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में प्रदेशव्यापी रोजगार दिवस कार्यक्रम 24 मार्च को नीमच जिला मुख्यालय पर होगा। ईएमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा अध्यक्षता करेंगे। सचिव एमएसएमई पी. नरहरि ने सोमवार को वर्चुअल बैठक में कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। कलेक्टर नीमच मयंक अग्रवाल और सभी 52 जिलों के अधिकारी उपस्थित रहे।यह जिला स्तरीय कार्यक्रम सभी 52 जिलों में मंत्रीगण तथा अन्य जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में होगा।
4 जिलों के हितग्राहियों से करेंगे वर्चुअल संवाद
सीएम चौहान द्वारा नीमच के कार्यक्रम से मुरैना, बैतूल, गुना और सतना जिले के हितग्राहियों से वर्चुअल संवाद भी किया जायेगा। रोजगार दिवस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण न्यूज चैनलों एवं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किया जायेगा। प्रसारण को जिला स्तरीय कार्यक्रम में दिखाने की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जायेगी। जिला मुख्यालयों में होने वाले रोजगार दिवस कार्यक्रम में विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं में वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिले में लाभान्वित हितग्राहियों को आमंत्रित कर जन-प्रतिनिधियों के माध्यम से स्वीकृति-पत्र दिलवाये जायेंगे। जिलों में होने वाले आयोजन की रूपरेखा जिला कलेक्टर के निर्देशन में बनेगी। कार्यक्रम में संबंधित विभागों एवं बैंकों की भागीदारी होगी।
अगले माह भी सम्मेलन
हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगामी माह होने वाले सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम सम्मेलन को लेकर कहा था कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध करवाएँ। इस श्रेणी की औद्योगिक इकाइयाँ गठित की जाने से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं। उन्हें पर्याप्त प्रोत्साहन मिलना चाहिए। ऐसी इकाइयों द्वारा नई तकनीक का उपयोग कर संयंत्रों का संचालन किए जाने पर भी आवश्यक मदद उपलब्ध करवाई जाए।सम्मेलन में मध्यप्रदेश में निर्यात संवर्धन, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम के लिए वित्तीय समाधान के नए आयाम विषय पर चर्चा के साथ सामान्तर-सत्र भी होंगे। इन सत्रों में क्लस्टर डेवलपमेंट, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम को परिस्थिति अनुरूप समर्थ बनाने, परिवर्तन के लिए समावेशी नीति संवाद और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए डिजिटल परिवर्तन की आवश्यकता विषय पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
देवारण्य योजना से भी रोजगार देने के प्रयास, टॉस्क फोर्स गठित
- एमपी आयुष विभाग द्वारा प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिये देवारण्य योजना का संचालन किया जा रहा है। योजना में जिलों में गठित वन समितियों के अंतर्गत काम करने वाले छोटे-छोटे संगठनों के माध्यम से वनोपज संग्रह का कार्य किया जा रहा है। संग्रहीत वनोपज एवं औषधीय पौधों के विक्रय के लिये विभाग द्वारा एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
- प्रदेश में जनजातीय क्षेत्रों के औषधीय पौधों के ज्ञान का डाक्यूमेंटेशन किये जाने का कार्य भी किया जा रहा है। पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान भोपाल ने इस कार्य के लिये 4 जिलों मण्डला, डिण्डोरी, अनूपपुर और शहडोल जिलों में प्रोजेक्ट चलाया हुआ है। प्रोजेक्ट से जनजातीय क्षेत्र के वैद्यों के ज्ञान को संग्रहीत कर दस्तावेजीकरण की कार्यवाही की जा रही है। आयुष विभाग द्वारा इस कार्य के लिये बजट भी उपलब्ध कराया गया है।
- प्रदेश में आयुर्वेद के सर्वांगीण विकास और शोध के क्षेत्र में अधो-संरचना विकास के लिये आयुर्वेद टॉस्क फोर्स का गठन किया गया है, जिसमें देश के जाने-माने शिक्षाविद एवं शोध विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। अमरकंटक परिक्षेत्र के जनजातीय कृषकों को औषधीय पौधों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये जिला प्रशासन और जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के बीच एमओयू भी साइन किया गया है।