इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में पर्यावरण (Environment) और जैव विविधता (Biodiversity) को बढ़ाने के लिए बड़ी तैयारी की जा रही है। दरअसल इसका लाभ मालवा जिले को मिलेगा। दरअसल वन विभाग (Forest Department) द्वारा मालवा इंदौर एक नए वन्य अभ्यारण्य (wild sanctuary) बनाने की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए इंदौर, चोरल और बड़वाह के आसपास की जंगल को भी चिन्हित कर लिया गया है। वहीं इस अभ्यारण्य का नाम अहिल्याबाई होलकर (Ahilyabai Holkar) के नाम पर रखा जाएगा।
जानकारी के मुताबिक इसके लिए इंदौर वन मंडल द्वारा प्रस्ताव (proposal) तैयार कर मुख्यालय को भेज दिया गया है। वही मुख्यालय से हरी झंडी मिलने के बाद जय विविधता स्टेट बोर्ड के सदस्य द्वारा इस पूरी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अगर काम में तेजी रही तो इसके लिए इस वर्ष वन मंडल अभ्यारण्य के लिए अधिसूचना जारी की जा सकती है। वही यह वन मंडल मालवा निमाड़ क्षेत्र का बड़ा अभ्यारण्य था।
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अधिसूचना जारी होने के बाद वन मंडल द्वारा अभ्यारण के विकास पर काम शुरू किया जाएगा। जिसके बाद नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड से इसकी स्वीकृति ली जा सकेगी। इसके लिए वन मंडल द्वारा मुख्यालय को 19 बिंदुओं पर रिपोर्ट बनाकर भेजी जा चुकी है जिसमें 1 अभ्यारण्य के आसपास रेलवे लाइन राष्ट्रीय राजमार्ग राजमार्ग सहित 10 किलोमीटर की परिधि में आने वाले गांव की सूची और प्रोजेक्ट को शामिल कर इसमें संबंधित वन्य प्राणियों की उपयुक्त स्थान, अतिक्रमण की जानकारी आदि को दर्शाया गया है।
बता दें कि से पहले की कमलनाथ सरकार द्वारा वन्य अभ्यारण को लेकर योजना तैयार की गई थी जिसके बाद बुरहानपुर श्योपुर, इंदौर, पूर्व छिंदवाड़ा, दक्षिण छिंदवाड़ा सहित मंडला और हरदा जिले में नए अध्ययन के लिए प्रस्ताव मांगे गए थे। वही इंदौर वन मंडल Indore रेंज के 3000 हैक्टेयर जंगल में अभ्यारण्य बनाने का प्रस्ताव भी रखा था।हालांकि शिवराज सरकार ने एक बार फिर से 1 अभ्यारण पर जोड़ दिया है माना जा रहा है कि आधा दर्जन से अधिक ने अभ्यारण बनाने की तैयारी की जा रही है।
वही आंकड़ों के मुताबिक इंदौर बड़वा वन मंडल द्वारा ने अभ्यारण्य पर काम किए जा रहे हैं जिसके लिए पूर्व में तैयार किए गए प्रस्ताव में बदलाव की आशंका जताई गई है माना जा रहा है कि 7 हेक्टेयर की जगह 17 हेक्टेयर एकड़ में अभ्यारण्य प्रस्तावित किया जाएगा। जिसमें से 4000 हेक्टेयर जहां इंदौर, वहीं 3000 हेक्टेयर बड़वाह वन मंडल के जंगल को शामिल किया जा सकता है। घोषणा के बाद जल्द इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी अधिसूचना जारी होते ही यह वन्य अभ्यारण मालवा का सबसे बड़ा वन्य अभ्यारण्य होगा, ऐसा माना जा रहा है।