भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के अलग अलग जिलों में अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही पर कार्रवाई का दौर जारी है। छतरपुर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी संदीप जी आर ने जनपद पंचायत गौरिहार में पदस्थ रामप्रकाश त्रिपाठी, माध्यमिक शिक्षक शास. मा. शाला सिसोलर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई त्रिपाठी द्वारा आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन से संबंधित शिकायत प्राप्त होने पर स्थानीय निर्वाचन कार्यालय में संबद्ध करने के मुक्ति-पत्र एवं आदेश लेने से इंकार करने पर की गई है।
जबलपुर कलेक्टर डा. इलैयाराजा टी के आदेश के बाद शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला बारहा की शिक्षक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक चित्रा स्वामी को निलंबित कर दिया गया है।यह कार्रवाई शैक्षणिक कार्यों में रुचि नहीं लेने, पदीय दायित्वों के विपरीत अनुशासनहीनता और शासकीय कार्यों में लापरवाही के कारण की गई है। स्वामी का निलंबन मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के तहत किया गया है। निलंबन-काल के दौरान उनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय जबलपुर रहेगा।
उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने सायबर सेल में पदस्थ प्रधान आरक्षक प्रवीण सिंह को रिश्वत मामले में लोकायुक्त की टीम द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद निलंबित कर दिया है।आरोप है कि प्रधान आरक्षक ने होटल संचालक देवेश अस्थाना से 10 हजार की रिश्वत मांगी थी, इसकी शिकायत देवेश ने उज्जैन लोकायुक्त से की थी, जिसके बाद रविवार को टीम ने आरक्षक को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद देर रात एसपी ने उसे निलंबित कर दिया।
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गुना में जिला पंचायत सीईओ ने मतदान दल में ड्यूटी में अनुपस्थित रहे 11 शिक्षकों और कर्मचारियों को नोटिस जारी किया है। अगर यह तीन दिन के भीतर जवाब प्रस्तुत नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी। वही ग्राम पंचायत बमोरी के सचिव मांगीलाल धाकड़ ने मतदान केंद्र की व्यवस्था को लेकर गंभीर लापरवाही की थी, जिसकी वजह से उन्हें तत्काल निलंबित कर आरोन अटैच किया गया है।