भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) के महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department) द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र को लेकर बड़ी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। दरअसल अब आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) की पोषण वाटिका में सब्जी और फल उपलब्ध कराई जाएगी। इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी। जिसका लाभ 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चे को मिलेगा। इसके अलावा कुपोषित बच्चे को उचित और सुदृढ़ पोषण के लिए भी व्यवस्था की जा रही है।
संचालक महिला-बाल विकास डॉ. रामराव भोंसले ने बताया कि आँगनवाड़ी केन्द्रों की पोषण-वाटिका में उत्पादित सब्जी एवं फल प्रति सोमवार उन स्व-सहायता समूहों को उपलब्ध कराई जायेगी, जो 3 से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिये गर्म पका भोजन तैयार करते हैं। उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था आँगनवाड़ियों में नियमित प्रदाय किये जा रहे नाश्ता एवं गर्म पके भोजन की व्यवस्था के अतिरिक्त होगी।
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संचालक डॉ. भोंसले ने बताया कि गर्भवती/धात्री माता और कुपोषित बच्चों के भोजन में पोषण विविधता के लिये फलों और सब्जियों की सुलभ और निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पोषण अभियान के तहत आँगनवाड़ी केन्द्रों, सामुदायिक भूमि और हितग्राहियों के घरों में बड़ी संख्या में पोषण-वाटिकाएँ विकसित की गई हैं।उन्होंने बताया कि पोषण-वाटिका में उत्पादित सब्जियों/फलों की पूर्ति के बाद अतिरिक्त को प्राथमिकता के आधार पर अति-कुपोषित बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं में समान रूप से वितरित किया जायेगा।
बता दें कि प्रदेश में बच्चों के पोषण आहार के व्यवस्थित वितरण और कुपोषण को दूर करने के लिए आँगनवाड़ी केन्द्रों को ‘एडाप्ट एन आँगनवाड़ी’ अभियान के तहत गोद लिया जा रहा है। जिसके लिए महिला बाल विकास विभाग द्वारा 63 हजार 344 सहयोगियों से संपर्क कर संबंधित आँगनवाड़ी केन्द्र में आवश्यक सहयोग के लिए सहमति प्राप्त कर ली गई है।
- भोपाल संभाग में विभाग द्वारा 6 हजार 248 को सहमति प्रदान की गई है।
- अभियान में इंदौर संभाग में 9837 सहयोगियों को विभाग द्वारा सहमति प्रदान की गई है।
- ग्वालियर संभाग में तीन हजार 865 सहयोगियों को सहमति मिली है
- जबलपुर संभाग में 13 हजार 13 को सहमति मिली है।
- उज्जैन संभाग में महिला-बाल विकास विभाग द्वारा इसमें से 6 हजार 989 को सहमति प्रदान की है।
- रीवा संभाग में 6442 की सहमति प्रदान की।
- चम्बल संभाग में 3 हजार 877 पंजीयन के विरूद्ध 2 हजार 965 को सहमति दी गयी
- सागर संभाग में 6075 सहयोगियों को विभाग द्वारा सहमति दी गई है।
- शहडोल संभाग में विभाग द्वारा 2008 को सहमति प्रदान की गई है।
- होशांगाबाद संभाग में 3998 सहयोगियों से सहमति मिली है।