MP Development Work : राज्य में विकास की रफ़्तार फिर से तेज हो गई है। दरअसल प्रदेश में कुल 15 फ्लाईओवर का निर्माण किया जाना है। जिसमें भोपाल में दो और इंदौर में चार फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। सेतु बंधन योजना के तहत 896 करोड रुपए की लागत से 15 फ्लाईओवर और रेलवे ओवरब्रिज तैयार होंगे इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में 4 ओवर ब्रिज तैयार किए जाएंगे जबकि दो राजधानी भोपाल में बनेंगे। सागर में दो और धार, छतरपुर, विदिशा, ग्वालियर, खंडवा में एक-एक फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा भोपाल और सिवनी में एक-एक रेलवे ओवरब्रिज का भी निर्माण किया जाना है।
प्रदेश में 15 फ्लाईओवर और रेलवे ओवरब्रिज की स्वीकृति
इस मामले में लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि शहर में यातायात को सुगम बनाने के लिए प्रदेश में 15 फ्लाईओवर और रेलवे ओवरब्रिज की स्वीकृति दी गई है। भविष्य में शहरों का बेहतर विकास किया जाएगा। इससे पहले मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के प्रबंध संचालक अविनाश लवानिया ने कहा कि इंदौर में 58 लाख ₹80 हजार से देवास नाका सर्कल से इंदौर सिटी तक 6 ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा 59 करोड 59 लाख के सत्य साइ पर 6 लाइन ओवरब्रिज तैयार हो रहे। 72 करोड़ 12 लाख की लागत से क्रिस्टल आईटी पार्क चौराहे पर 6 दिन और ब्रिज का तैयार किया जा रहा है जबकि ₹68 करोड़ 44 लाख की लागत से इंदौर शहर में मुरवाखेड़ी चौराहे पर ओवरब्रिज तैयार किए जाएंगे।
इनका होगा निर्माण
भोपाल में 68 करोड से करोंड चौराहे से अयोध्या बायपास तक फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। ₹51 करोड़ से भोपाल हाट व्यापम चौराहे से छह नंबर तक फ्लाईओवर तैयार किए जाएंगे। 36 करोड़ की लागत से भोपाल में छोला रोड का जी से अयोध्या बायपास और 126 करोड़ रुपए से सिवनी शहर के एनएच 7 पर रेलवे ओवरब्रिज तैयार किए जाएंगे।
सागर शहर में ₹36 करोड़ से मकरोनिया चौराहे पर फ्लाईओवर तैयार किया जाएगा। 38 करोड़ की लागत से से सागर दमोह रोड पर फ्लाईओवर बनाया जाएगा। धार में 45 करोड जबकि विदिशा में 59 करोड़, छतरपुर में 65 करोड़, खंडवा में 51 करोड़ की लागत से फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। इसका लाभ कई जिलों को मिलेगा।
कई जिलों में अन्य निर्माण कार्य में भी तेजी
मध्य प्रदेश में इस बार नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले एक बार फिर से विकास कार्य की गति तेज हो गई है। फ्लाईओवर और रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण के साथ ही कई जिलों में अन्य निर्माण कार्य में भी तेजी लाई जा रही है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा बड़ी घोषणाएं की जा रही है।