MP News: लापरवाही पर 4 कर्मचारी निलंबित, 2 की सेवा समाप्त, अधिकारी को नोटिस, कईयों पर कार्रवाई

Pooja Khodani
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MP Suspend And Notice: मध्य प्रदेश में सरकारी कार्यों और योजनाओं में लापरवाही बरतने पर अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई का दौर जारी है। इसी कड़ी में शहडोल के सामतपुर और कठोतिया गांव में दगना प्रथा से दो बच्चियों की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने जांच के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सामतपुर और कठोतिया गांव की आशा कार्यकर्ताओं एवं सहयोगियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।

दंडात्मक कार्यवाही करते हुये सेक्टर मेडिकल आफीसर, खण्ड विस्तार प्रशिक्षक, एल.एच.व्ही, खंड कार्यक्रम प्रबंधक, खंड कम्युनिटी मोबिलाइजर, 02 कम्युनिटी हेल्थ आफिसर, 02 आरबीएसके चिकित्सा अधिकारियों के मुख्यालय बदले गए हैं। वही खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. वाय के पासवान क़ो कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

सूबेदार निलंबित, जांच के आदेश

वही शहडोल के सोहागपुर थाना क्षेत्र के बुढार मार्ग पर टोल प्लाजा के समीप यातायात पुलिस की सूबेदार अभिनव राव और वाहन सवारों के साथ हुए मारपीट मामले में पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने सूबेदार अभिनव राय को निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश में कहा गया है कि घटना से संबंधित वायरल वीडियो में प्रथम दृष्ट्या पुलिस अधिकारी सूबेदार अभिनव राय (तैनाती यातायात) द्वारा अभद्र व्यवहार करना प्रतीत होता है, जिससे पुलिस की छवि धूमिल हुई है, जिसके बाद सूबेदार को निलंबित कर दिया गया है। वही इस पूरे घटनाक्रम के संबंध के जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहडोल को निर्देशित किया गया हैं।

3 पुलिसकर्मी निलंबित

उज्जैन में रेलवे स्टेशन के बाहर GRP जवानों द्वारा ऑटो चालक को अवंतिका होटल में यात्री लाने के विवाद को लेकर बेरहमी से पीटने के मामले में एसपी ने बड़ी कार्रवाई की गई है। एसपी निवेदिता गुप्ता ने सोमवार को घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद एसपी निवेदिता गुप्ता ने थाना प्रभारी से रिपोर्ट मांगी है और तीनों को निलंबित कर दिया है। एसपी ने थाना प्रभारी आर एस महाजन से पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी है और आगे दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं होटल कर्मचारियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया जाएगा।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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