United Forum Foundation Day : यूनाइटेड फोरम की स्थापना दिवस के अवसर पर इसका प्रांतीय सम्मेलन 1 मई को भोपाल के मानस भवन में आयोजित किया गया। यहां वी.के.एस. परिहार को सर्वसम्मति से फोरम का अध्यक्ष चुना गया। इस चुनाव के बाद नवनियुक्त अध्यक्ष ने कहा कि यूनाइटेड फोरम की सबसे प्रमुख उपलब्धि निजीकरण को रोकने की रही। उन्होने कहा कि 2015 में सतपुडा ताप विद्युत गृह सारनी को एनटीपीसी को सौंपने की तैयारी थी। वहीं 7 वां वेतनमान और नवम्बर 2021 में महंगाई भत्ते का आदेश भी यूनाइटेड फोरम के प्रयासों के कारण ही संभव हुआ। फोरम के स्थापना दिवस पर सभी को शुभकामनायें देते हुए उन्होने कहा कि मैनेजमेंट पिछले 7 सालों से लगातार पत्राचार कर पावर सेक्टर की समस्याओं को शासन और विद्युत कंपनियों के समक्ष रखता आ रहा है।
यूनाइटेड फोरम के अध्यक्ष वी.के.एस. परिहार ने आरोप लगाया कि मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास विद्युत विभाग की समस्याओं पर चर्चा करने के लिए समय ही नहीं है। और जिनके साथ चर्चा की जाती है उनके पास अधिकार नहीं है। उन्होने मुख्यमंत्री से मांग की कि विद्युत सेक्टर की समस्याओं को हल करने के लिए यूनाइटेड फोरम से शीघ्र बात की जाए। इसी के साथ उन्होने कहा कि ऐसा न होने पर वो हड़ताल के लिए विवश हो जाएंगे। फोरम ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने पेन्शन को ट्रेजरी के माध्यम से देने की व्यवस्था नहीं की, संविदा का नियमितीकरण, आउट सोर्स का संविलियन, पुरानी पेशं योजना, प्रमोशन वेतन वृद्धि, फ्रिंज बेनिफिट सहित उनकी अन्य मांगें नहीं मानी तो वो आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं। फोरम के सभी संगठनों के प्रतिनिधियों ने सरकार की निजीकरण की पॉलिसी का भी विरोध किया। इस मौके पर विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन के प्रांतीय महामंत्री सुशील शर्मा ने सभी नियमित कर्मचारी को एक हजार जोखिम भत्ता देने की मांग रखी।