गोडसे की ज्ञानशाला पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का बयान, कहा- ‘राष्ट्रभक्त अपने तरीके से कार्य करते है’

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। लगातार अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहने वाली भोपाल सांसद साधवी प्रज्ञा ठाकुर (Bhopal MP Sadhvi Pragya) ने एक बार फिर से बयान दिया है। भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Bhopal MP Sadhvi Pragya) आज यानी मंगलवार को सीहोर के रेलवे स्टेशन (Sehore Railway Station) पर 100 फीट ऊंचे राष्ट्रध्वज के लोकार्पण कार्यक्रम (National flag launch program) में शामिल होने पहुंची। जहां उन्होंने ग्वालियर में खोले जाने वाले गोडसे की ज्ञानशाला को लेकर बयान दिया है। भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा (Bhopal MP Sadhvi Pragya) ने इससे पहले भी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के समय नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) पर बयान दिया था।

सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कही ये बातें

कार्यक्रम के दौरान सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (MP Sadhvi Pragya) ने कहा कि राष्ट्रभक्त संपूर्ण देश में अपने-अपने तरीके से कार्य करते हैं। जिसको जैसा लगता है वह वैसा कार्य करता है। इसमें किसी भी प्रकार से कोई विवाद की स्थिति नहीं है। जिसको जो लगता है भारत में स्वतंत्र है। उन्होंने कहा कि कम से कम मुझे लगता है कि राष्ट्र द्रोह (National insurrection) करने से अच्छा है कि हम कोई ना कोई ऐसे कार्य करते रहें, जिससे राष्ट्र के लोगों में चेतना बनी रहे, राष्ट्रीय भावना का जागरण (Awakening of national spirit) हो और जिस प्रकार से आज हमने राष्ट्रध्वज फहराया (Hoisted the national flag) है, वह भावना सदैव बनी रहे।

ग्वालियर में गोडसे ज्ञानशाला का उद्घाटन

बता दें कि 10 जनवरी को हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) के सदस्यों ने ग्वालियर में गोडसे ज्ञानशाला का उद्घाटन (Inauguration of Godse Knowledge Center) किया। इस उद्घाटन कार्यक्रम में हिंदू महासभा के महिला और पुरुष बड़ी संख्या में उपस्थित हुए थे। गोडसे ज्ञानशाला (Godse Knowledge Center) के उद्घाटन के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। इसी को लेकर सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (MP Sadhvi Pragya) ने बयान कहा है कि राष्ट्रभक्त संपूर्ण देश में अपने-अपने तरीके से कार्य करते हैं। जिसको जैसा लगता है वह वैसा कार्य करता है। इसमें किसी भी प्रकार से कोई विवाद की स्थिति नहीं है।

गोडसे की ज्ञानशाला को लेकर भड़क कमलनाथ

वहीं गोडसे की ज्ञानशाला (Godse Knowledge Center) को लेकर और महिमामंडन करने को लेकर बीते दिनों पूर्व सीएम कमलनाथ भी भड़क उठे थे। उन्होंने कहा कि ‘कितना शर्मनाक है कि भाजपा सरकार में बापू के हत्यारे की खुलेआम पूजा, आरती, महिमामंडन किया जा रहा है, उसे हीरो की तरह प्रचारित किया जा रहा है और ज़िम्मेदार मौन है?’

विपक्ष की प्रतिक्रिया पर किया पलटवार

वहीं मीडिया से मुखातिब होते हुए सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (MP Sadhvi Pragya) ने विपक्ष द्वारा कोरोना वैक्सीन को लेकर कही गई बात पर पलटवार किया है, जहां उन्होंने कहा कि वे पनी निम्न मानसिकता का परिचय दे रहे हैं। वैक्सीन पूरे देश के लिए बनी है। मैंने कहा कि पीएम मोदी और हर्षवर्धन जी ने वैक्सीन को सभी के लिए फ्री कर दिया है यह वैक्सीन बड़ी ही मेहंदी आती है लेकिन सभी के लिए फ्री करने के बाद लोगों को राहत मिलेगी।

दुष्कर्म करने वालों को मिले मृत्युदंड की सजा

इस दौरान मध्य प्रदेश में महिलाओं व नाबालिग बच्चियों के साथ घट रही घटनाओं को लेकर सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने (MP Sadhvi Pragya) कहा कि किसी भी प्रकार से स्त्री की शील का हरण, उसके चरित्र का हरण, उसकी मानसिकता, उसकी भावना, उसके महत्व का जो हरण करते हैं, निश्चित रूप से वह भयानक अपराधी होते हैं। जिनको मृत्युदंड से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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