भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद सोमवार 20 सितंबर से मध्य प्रदेश में छोटे बच्चों के स्कूल दोबारा (MP School Reopening) से खुलने जा रहे है। हाल ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) की अध्यक्षता में 9 सितम्बर को हुई बैठक में 20 सितम्बर 2021 से शासकीय और अशासकीय स्कूलों की कक्षाओं के पुनः प्रारंभ करने के संबंध में निर्णय लिया गया है।इसको लेकर राज्य शिक्षा केंद्र ने दिशा निर्देश जारी किए गए हैं, जिसमें बताया गया है कि स्कूलों में किस तरह से कक्षाएं संचालित की जाएंगी।
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मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग (MP School Education Department) ने 20 सितंबर से कक्षा 1 से 12वीं तक की सभी शासकीय और अशासकीय स्कूल (Government And Private School Reopen) खुलने जा रहे हैं।इसके तहत विद्यार्थियों और सभी शिक्षक एसओपी (SOP) एवं नियमों का पालन अनिवार्य होगा। इसके तहत 1 से लेकर 5वीं की प्राथमिक स्तर की कक्षाएं 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोली जाएंगी।
वही विद्यालय और छात्रावास में अभिभावकों की सहमति से ही विद्यार्थी (Students) उपस्थित हो सकेंगे। जिलों में स्कूलों, छात्रावास और आवासीय विद्यालयों को खोले जाने के संबंध में जिला आपदा प्रबंधन समिति की सहमति ली जाएगी। विद्यालयों और छात्रावासों में भारत सरकार (Indian Government) और राज्य स्तर से समय-समय पर जारी SOP और नियमों का पालन किया जाएगा। विद्यार्थियों की ऑनलाइन कक्षाएँ और डिजिटल माध्यम से पढ़ाई पूर्व की तरह ही संचालित की जायेगी।
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वही हाल ही में स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार (MP School Education Minister Inder Singh Parmar) द्वारा अभिभावक-शिक्षक की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें नवीन सत्र में कक्षा के पाठ्यक्रम (MP School Reopen) को नियत समयावधि में पूरा करने, घर मे विद्यार्थियों की पढ़ाई निरंतर रखने और नई शिक्षा नीति (New Education Policy ) के आलोक में शिक्षण व्यवस्था के सम्बन्ध में अभिभावकों को अवगत कराया गया।
इन नियमों का करना होगा पालन
- राज्य शिक्षा केंद्र के जारी निर्देशानुसार, कक्षा 1 और 2 के छात्रों की क्लास एक ही शिक्षक (Teacher) द्वारा संचालित की जा सकेगी ।
- सत्र 2021-22 के लिए दी गई कक्षा एक की पाठ्य पुस्तक के अनुसार पढ़ाया जाएगा।
- विगत शैक्षणिक सत्र में स्कूलों के बंद (School Close) रहने के कारण कक्षा 2 के बच्चों में आए लर्निंग गेप को समाप्त करने के लिए शिक्षकों से अपेक्षा है कि कक्षा 2 के बच्चों को भी आगामी निर्देश तक कक्षा एक के पाठ्यपुस्तक के अनुसार ही पढ़ाई कराई जाए।
- दूसरी क्लास के बच्चों को अभी पहली क्लास का ही पुराना पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। एक शिक्षक ही दोनों कक्षाओं की एक साथ क्लास लेगा।
- कक्षा 2 के बच्चों के पास पिछले सत्र की कक्षा पहली की पाठ्यपुस्तक आदि उपलब्ध हो, तो ऐसे बच्चों को पहले सत्र की कक्षा एक की किताब शाला में लाने के निर्देश दिए जाएं, ऐसे बच्चे जिनके पास पहली कक्षा की किताबें नहीं है, उन्हें कॉपी, स्लेट, रनिंग ब्लैक बोर्ड आदि पर कक्षा एक की पाठ्यपुस्तक के आधार पर अभ्यास कराया जाए।
- कक्षा पहली व दूसरी के सभी बच्चों को आगामी निर्देश जारी होने तक कक्षा एक की दक्षता पर ही कार्य कराए जाएं। दूसरी क्लास की किताबों का उपयोग न किया जाए।
- कक्षा 3 से 5वीं के छात्रों की कक्षाओं के लिए शाला में उपलब्ध शिक्षकों की संख्या के आधार पर बैठक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए है।
- 20 से 27 सितंबर तक तक प्रयास अभ्यास पुस्तिका पर कार्य एवं दक्षता उन्नयन बेसलाइन टेस्ट होगा।
- 28 सितंबर से 13 नवंबर तक कक्षा 4 के लिए दक्षता उन्नयन हिंदी, अंग्रेजी व गणित संपूर्ण दिवस पढ़ाए जाएंगे, जिसके तहत सुबह 10:30 से दोपहर 2 बजे तक दक्षता उन्नयन और दोपहर 2:30 बजे से 5:30 बजे तक NAS की तैयारी करवाई जाएगी।
- 15 नवंबर से 15 जनवरी तक पूर्व कक्षा के लर्निंग आउटकम के आधार पर ब्रिजिंग शिक्षण कार्य और ब्रिजिंग के लिए कार्य पुस्तिकाएं अलग से उपलब्ध कराई जाएंगी।
- दक्षता उन्नयन के लिए एक कालखंड बूस्टर डोज के रूप में सम्मिलित रहेगा। 16 जनवरी 22 से 16 अप्रैल 2022 तक वर्तमान कक्षा के लिए पाठ्यपुस्तक आधारित ऐड ग्रेट शिक्षण रहेगा।