इस अवसर पर खेल मंत्री ने कहा कि प्रदेश में ग्वालियर स्थित बैडमिंटन अकादमी के अतिरिक्त अब इंदौर, भोपाल और जबलपुर में फीडर सेंटर शुरू किये जाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही बैडमिंटन अकादमी के लिये टेलेंट सर्च भी आयोजित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त विज्ञापन निकाल कर स्थानीय बैडमिंटन खिलाड़ियों को भी अकादमी से जुड़ने के लिये प्रोत्साहित करें।
यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि टेलेंट सर्च के माध्यम से नई प्रतिभाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। अकादमी के लिये दो बालक एवं दो बालिकाओं का चयन किया जायेगा। ग्वालियर स्थित बैडमिंटन अकादमी के बालक खिलाड़ियों को एक माह के लिये गोपीचन्द अकादमी, हैदराबाद में प्रशिक्षण के लिये भेजा जायेगा।
यहां मौजूद पुलेला गोपीचन्द ने कहा कि मध्यप्रदेश में खेलों के लिये अच्छा माहौल है। उन्होंने कहा कि वे अपनी अकादमी में इन प्रतिभाओं को एडवांस ट्रेनिंग देने के लिये तैयार हैं। गोपीचन्द ने कहा कि मध्यप्रदेश में बैडमिंटन नए सिरे से फिर शुरू होगा। बैठक में खिलाड़ियों के उपकरणों, किट, बैडमिंटन रैकेट, शटल कॉक, नेट आदि व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई। बैठक में प्रमुख सचिव खेल गुलशन बामरा, संचालक खेल एवं युवा कल्याण रवि कुमार गुप्ता व न्यूट्रीशनिस्ट अनुराधा शर्मा उपस्थित थे।