Mon, Dec 29, 2025

MP Vidhan Sabha : कांग्रेस विधायकों ने बेची चाय, विधानसभा में बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन, चाय की केतली और बैनर-पोस्टर लेकर पहुंचे

Written by:Shruty Kushwaha
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मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है और कांग्रेस का सरकार के खिलाफ आंदोलन भी जारी है। आज विपक्षी विधायक बेरोजगारी के मुद्दे पर विधानसभा में चाय बेचते नज़र आए। ये हाथों में चाय की केतली लेकर भाजपा सरकार का विरोध कर रहे थे। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार रोज़गार के साथ अन्य मुद्दों पर भी पूरी तरह विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का युवा बेरोजगारी के कारण चाय बेचने पर मजबूर है और वो उनकी आवाज़ उठा रहे हैं।
MP Vidhan Sabha : कांग्रेस विधायकों ने बेची चाय, विधानसभा में बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन, चाय की केतली और बैनर-पोस्टर लेकर पहुंचे

MP Vidhan Sabha Winter Session : कांग्रेस ने आज विधानसभा में चाय बेची। मध्य प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सरकार का विरोध करते हुए कांग्रेस विधायक चाय भरी केतली लेकर पहुंचे और सांकेतिक रूप से चाय बेची। बढ़ती बेरोजगारी को लेकर विपक्ष ने केतली और बैनर-पोस्टर लेकर ये विरोध प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि बीजेपी ने दो लाख नौकरी देने का वादा किया था जो अब तक पूरा नहीं किया गया है। आज युवाओं के सामने चाय बेचने की स्थिति बन गई है इसीलिए वो ये विरोध कर रहे हैं।

बता दें कि कांग्रेस इस सत्र में लगातार सरकार पर हमलावर है। सत्र के पहले दिन ही उसने विधानसभा घेराव और विशाल धरना प्रदर्शन किया था जिसमें प्रदेशभर के कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए थे। इसमें शामिल होने दिल्ली से वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा भी आए थे। इस दौरान विपक्ष ने खाद की बोरियां लेकर प्रदर्शन किया था। “जवाब दो, हिसाब दो” के नाम से किए गए इस आंदोलन ने उसने बीजेपी सरकार पर किसानों, युवाओं, लाड़ली बहनों, आदिवासियों, दलितों सहित सभी के साथ वादाखिलाफी करने और झूठ बोलने का आरोप लगाया।

कांग्रेस MLA ने चाय बेची, बीजेपी सरकार का विरोध 

एक बार फिर कांग्रेस अपने आक्रामक तेवरों के साथ दिखाई दी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित सभी विपक्षी विधायक हाथों में चाय की केतली और सरकार के खिलाफ बैनर-पोस्टर लिए नज़र आए। सिंघार ने कहा कि ‘सरकार ने दो लाख रोज़गार देने का जो वादा किया था वो अब तक अधूरा है। आज भी सरकार दरवाजें नहीं खोलना चाहती है। सरकार नौकरियां नहीं दे पा रही है। युवा बेरोजगार हो रहे हैं और आज उनके सामने चाय बेचने की स्थिति पैदा हो गई है। हम प्रतीकात्मक रूप से विरोध कर रहे हैं और सरकार से युवाओं को रोज़गार देने की मांग कर रहे हैं।’

विपक्ष ने आरोप लगाया कि आज प्रदेश का नौजवान सड़कों पर बेरोजगारी की हालत में घूम रहा है। विरोध कर रहे विधायकों ने कहा कि सरकार उनको रोज़गार नहीं दे रही है इसलिए हम उनकी आवाज़ उठा रहे हैं। लाखों शिक्षित युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और हम उनकी आवाज़ सरकार तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचारी अराजकता फैली हुई है। युवा बेरोजगार है, किसान परेशान है। ये इसी बात का प्रतीकात्मक विरोध है कि जब विधायक चाय बेच रहा है तो आम आदमी की क्या स्थिति होगी। सरकार ने वचनपत्र में जो कहा था, हम वो याद दिला रहे हैं। हम सरकार को जगाने का काम कर रहे हैं।

बीजेपी ने इस विरोध प्रदर्शन को बेबुनियाद बताया

वहीं, कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन को लेकर बीजेपी विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि लोगों को रोज़गार मिलने के मार्ग प्रशस्त हुए है। सागर विधायक ने कहा कि ‘अभी मुख्यमंत्री जी ने कितने पदों को सृजन किया है और बेरोजगार नौजवानों के लिए रोज़गार के दरवाजे खोले हैं। ऐसे में इस तरह का प्रदर्शन पूरी तरह बेबुनियाद है। हमारी सरकार नौजवानों के रोज़गार के लिए बहुत संवेदनशील है और इन पाँच वर्षों में रोज़गार के नए आयाम स्थापित होंगे। बात सिर्फ नौकरी की नहीं, ये परिदृश्य बदलना होगा। हम रोज़गार देना चाहते हैं..हम उन्हें उनके पांव पर खड़ा करना चाहते हैं। सिर्फ नौकरी उद्देश्य नहीं हो सकता है। हाल ही में कितने रीजनल इंडस्ट्री समिट हो रहे हैं ऐसा पहली बार हो रहा है। इससे स्थानीय छोटे उद्यमियों व्यापारियों को भी बढ़ावा मिल रहा है। इसमें नौजवान भी उद्योग लगाएंगे, वे ख़ुद भी रोज़गार पाएंगे और दूसरों को भी देंगे।’