भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के लिए राहत की खबर है, प्रदेश में पूरे महिने झमाझम बारिश का दौर जारी रहने वाला है। इसका कारण बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने से आज रविवार 19 सितंबर 2021 से बारिश की गतिविधियाें में तेजी आने के आसार है।वही महीने के आखिरी सप्ताह यानि 25 सितंबर काे भी बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है, जिसके प्रभाव से सितंबर माह के अंत तक मूसलाधार का सिलसिला जारी रहेगा । मौसम विभाग (MP Weather Department) ने आज रविवार को भी 3 जिलों में भारी बारिश (Heavy rain) और सभी संभागों में रिमझिम बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग (MP Weather Forecast) की मानें तो आज रविवार 19 सितंबर 2021 को प्रदेश के 3 जिलों झाबुआ, रतलाम और अलीराजपुर में भारी बारिश(Heavy Rain) की चेतावनी जारी की है।वही 3 संभागों भोपाल, इंदौर और उज्जैन में बिजली गिरने और चमकने की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।वही सभी संभागों के जिलों में कही कही बौछार के आसार है। वही एक-दो दिन में एक और सिस्टम और 25 सितंबर को दूसरे सिस्टम बनने की संभावना है इससे पहले पिछले 24 घंटे में एक दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश देखने को मिली।
सबसे ज्यादा बारिश रतलाम और आगर में हुई, जिसके चलते शहर में बाढ़ के हालात बन गए और रेलवे ट्रैक तक डूब गया। वही घरों और दुकानों में भी पानी घुस गया और सड़कों के जलमग्न होते ही कई कारें भी डूब गई। मंदसौर में नाहरगढ़-बिल्लोड़ पुल के ऊपर तक पानी बहने से पुल के दोनों ओर सैकड़ों वाहनों की लाइन लग गई है। वहीं पशुपतिनाथ मंदिर के पास शिवना पर बना छोटा पुल भी पानी में डूब गया है। कोलवा से डोडिया मीणा जाने वाला मार्ग भी कुछ घंटों के लिए बंद करना पड़ा है।1 जून से 19 सिंतबर तक मध्यप्रदेश में 34 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 36 इंच बारिश होना चाहिए। अब महज 2% बारिश ही कम है।वही 10 जिले धार, खरगोन, होशंगाबाद, बालाघाट, सिवनी, जबलपुर, पन्ना, दमोह, कटनी और छतपुर में सूखे का खतरा मंडराने लगा है।
मौसम विभाग (MP Weather alert) की मानें वर्तमान में सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र के दुर्बल होने के बाद निम्न दाब क्षेत्र पश्चिमोत्तर मध्य प्रदेश/ पूर्वी राजस्थान के ऊपर समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊँचाई तक फैले संयुग्मित चक्रवातीय परिसंचरण (के साथ सक्रिय है। जबकि पश्चिम-मध्य अरब सागर और दक्षिणी बांग्लादेश के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण भी सक्रिय है। मॉनसून ट्रफ (Monsoon Trough) बीकानेर और निम्न दाब क्षेत्र से होते हुए सतना, डाल्टनगंज, जमशेदपुर और दीघा से लेकर पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। वहीं तेलंगाना से लेकर रायलसीमा और दक्षिणी तमिलनाडु से तक अन्य ट्रफ लाइन गुजर रही है। वहीं पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी में अद्यतन चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, जिसके रात्रि तक ओडिशा की ओर विस्थापित होने की संभावना बनी हुई है।
पिछले 24 घंटे का हाल
पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रतलाम में 74, शाजापुर में 26, श्योपुरकलां में 17, भोपाल (शहर) में 13.4, धार में 11, इंदौर में आठ, भोपाल (एयरपोर्ट) में 7.8, गुना में 7.2, खंडवा में चार, खरगोन में 3.8, उज्जैन में तीन, सीधी में 2.4, होशंगाबाद में 1.4, रायसेन में 0.8 और ग्वालियर में 0.3 मिलीमीटर बारिश हुई।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)