MP Weather alert Today : मध्य प्रदेश में 24 मार्च तक मौसम के मिजाज यूं ही बने रहने के आसार है। एमपी मौसम विभाग की मानें तो 48 घंटे बाद 23 मार्च एक बार फिर नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जिससे 23 से 25 मार्च के बीच प्रदेश में फिर बारिश, आंधी और ओलावृष्टि की संभावना है।इसका ज्यादा असर ग्वालियर-चंबल संभाग में देखने को मिलेगा। आज भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के कई शहरों में हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है,वही ज्यादातर शहरों में मौसम साफ रहेगा।
एमपी मौसम विभाग की मानें 23-24 मार्च को भोपाल, नर्मदापुरम, बैतूल, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में मौसम बदला रहेगा। तेज हवा के साथ हल्की बारिश होने के भी आसार हैं। ग्वालियर चंबल संभाग में 24 मार्च तक गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी और आंधी के आसार है। अगले 24 घंटे में जबलपुर सहित संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ छीटे पड़ सकते हैं।
एक साथ 5 सिस्टम एक्टिव
एमपी मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में एक साथ 5 सिस्टम एक्टिव है। एक पश्चिमी विक्षोभ जबलपुर के आसपास बना हुआ है और एक नया पश्चिमी विक्षोभ ईरान और अफगानिस्तान के बीच में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके अलावा राजस्थान के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात तो राजस्थान और उससे लगे पश्चिमी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में भी चक्रवात बना हुआ है। इन पांच वेदर सिस्टम के चलते अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने का सिलसिला जारी है और प्रदेशभर में बारिश और ओलावृष्टि के हालात बने हुए है।
किसानों को राहत राशि के साथ मिलेगा फसल बीमा योजना का लाभ
- सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों में सर्वे का कार्य आरंभ कर दिया गया है। एक सप्ताह में सर्वे कार्य पूर्ण कर किसानों को तत्काल राहत उपलब्ध कराई जाएगी। सर्वे के लिए राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभागों के संयुक्त दल गठित किए गए हैं। सर्वे में कोई लापरवाही न हो, सर्वे ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ हो और प्रत्येक प्रभावित किसान को राहत मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि किसी भी किसान का खेत सर्वे से न छूटे।
- सीएम ने निर्देश दिए कि सर्वे के साथ ही प्रभावित किसानों और उन्हें हुए नुकसान की सूची पंचायतों में चस्पां की जाए। किसानों की ओर से प्राप्त आपत्तियों का निराकरण कर पूरी संवेदना और पारदर्शिता के साथ नुकसान का आंकलन किया जाए। किसानों को राहत राशि के साथ अद्यतन तकनीक से किए गए क्रॉप कटिंग एक्सपरिमेंट के आधार पर फसल बीमा योजना का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। किसानों को समय रहते नुकसान की भरपाई के लिए सर्वे के समानांतर ही फसल बीमा योजना के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। इससे RBC 6-4 में दी जाने वाली तात्कालिक राहत की राशि और फसल बीमा योजना का सहारा किसानों को मिल सकेगा।
- प्रभावित जिलों की 51 तहसीलों के 520 ग्रामों में 38 हजार 900 कृषकों की 33 हजार 758 हेक्टेयर फसल प्रभावित होने की प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई है। प्रदेश के 12 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 22 लोगों की मृत्यु हुई हैं।फसलों के नुकसान के अलावा पशुहानि के लिए बढ़ी हुई राशि के अनुरूप राहत प्रदान की जाएगी।