MP Weather Alert Today : मानसून की विदाई से पहले मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम के मिजाज बदलने वाले है, अगले 48 घंटों बाद प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश का दौर देखने को मिल सकता है। एमपी मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 से 48 घंटे में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की प्रबल संभावनाएं बन रही है, जिसका असर 28 सितंबर से 2 अक्टूबर देखने को मिलेगा। इंदौर, जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग में तेज बारिश होने का अनुमान है, वही भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में कम असर के चलते हल्की बारिश होगी। अन्य जिलों में मिला जुला मौसम देखने को मिल सकता है।
आज इन जिलों में बारिश के आसार
- एमपी मौसम के मुताबिक, नए सिस्टम से पहले लोकल सिस्टम के चलते आज बुधवार को 24 जिलों भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों सहित गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी, रीवा, सतना, अनूपपुर, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पन्ना और सागर जिले में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।
- अगले 24 घटे में सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, सिंगरैली, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिले में मौसम में बदलाव दिख सकता है।
नए सिस्टम से इन जिलों में तेज बारिश का अनुमान
- इंदौर, जबलपुर, शहडोल और रीवा संभाग में तेज बारिश होने का अनुमान है, वही भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में कम असर के चलते हल्की बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में मिला जुला मौसम देखने को मिल सकता है।
- 29 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बनने जा रहा है, इसके प्रभाव से अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, इंदौर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली और मऊगंज जिले में तेज बारिश का अनुमान है।वही अक्टूबर के पहले हफ्ते से मध्य प्रदेश से मानसून की वापसी हो सकती है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर तेलंगाना तक एक द्रोणिका बनी हुई है। छत्तीसगढ़ पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।इस चक्रवात से लेकर कोंकण तक एक द्रोणिका बनी हुई है। तमिलनाडु पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।वर्तमान में बने दो मौसम तंत्रों के कारण आज इंदौर, उज्जैन, भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए रह सकते हैं। कहीं-कहीं माध्यम से लेकर तेज बारिश होने के आसार हैं, जबकि दो दिन बाद सक्रिय होने वाले मानसूनी तंत्र का असर 28 सितंबर से 2 अक्टूबर के बीच देखने को मिलेगा।
जून से सितंबर तक का बारिश का रिकॉर्ड
- मध्यप्रदेश में इस साल का बारिश का कोटा पूरा हो गया है। प्रदेश में अब तक औसत 36.94 इंच बारिश हुई है,
इस बार पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में 4% अधिक बारिश हुई है। - नरसिंहपुर में बारिश का आंकड़ा 51 इंच से अधिक है।वही सतना, अशोकनगर, रीवा और सीधी जिलों में सबसे कम बारिश हुई है।
- झाबुआ, बुरहानपुर, खरगोन, नरसिंहपुर, सिवनी, निवाड़ी, रतलाम, भिंड, उज्जैन, राजगढ़, धार, अलीराजपुर,
बड़वानी, खंडवा, कटनी, छिंदवाड़ा, देवास, श्योपुरकलां, हरदा, बैतूल और अनूपपुर जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है। - जबलपुर, सीहोर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, शिवपुरी, दतिया, सागर, टीकमगढ़, नीमच, आगर-मालवा, मुरैना और शहडोल जिले में सामान्य से 90% से अधिक बारिश हो चुकी है।