MPPEB MPESB : रिजल्ट-मेरिट लिस्ट के बाद विवादों में पटवारी भर्ती परीक्षा, घोटाले की आशंका, अरुण यादव ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग

अरुण यादव

MPPEB MPESB/ PATWARI BHARTI : मध्य प्रदेश व्यापाम का नाम भले ही बदलकर मप्र कर्मचारी चयन मंडल भोपाल कर दिया गया हो लेकिन परीक्षाओं में गड़बड़ी और घोटाले के आरोप लगने का सिलसिला जारी है। ताजा मामला एमपी पटवारी भर्ती से जुड़ा है। ग्वालियर के कथित बीजेपी नेता के एक कॉलेज में परीक्षा देने वाले अधिकांश आवेदकों का एक ही सेंटर और मेरिट सूची में नाम आने से नया विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता अरुण यादव ने पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है।उन्होंने एक बार फिर व्यापमं में घोटाले की आशंका जताई है और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

मेरिट लिस्ट के आते ही घोटाले की आशंका

पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 की मेरिट लिस्ट आई, जिसकी आशंका थी वो सच हुई। टॉप 10 में से 7 बच्चों का सेंटर NRI कॉलेज ग्वालियर है, 9 हज़ार चयनित अभ्यर्थियों में से लगभग 1 हज़ार चयनित अभ्यर्थियों का सेंटर NRI कॉलेज था। ज्यादातर टॉपर्स के हस्ताक्षर हिंदी में है व उनके इंग्लिश में 25/25 आये हैं।एक और अन्य ट्वीट में अरुण यादव ने लिखा है कि एक ही सेंटर से इतने टॉपर्स का आना, लगभग सबके हिंदी में हस्ताक्षर होना घोटाले की शंका को गहरा कर रहा है । शिवराज जी व्यापम का नाम बदलने से घोटाले बन्द नहीं होते उसके लिए कार्यवाही करना पड़ेगी ।इसकी उच्च स्तरीय जांच कराएं क्योंकि इसमें भी घोटाला हुआ है ।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)