भोपाल।
केंद्र सरकार(central government) के निर्देशों के बाद भी लगातार मजदूरों से वसूले जा रहे हैं रेल(train) एवं बस किराए(bus fare) को लेकर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस अध्यक्ष(congress president) सोनिया गांधी(sonia gandhi) के ऐलान करने के बाद की मजदूरों के यात्रा का खर्चा कांग्रेस की प्रदेश इकाई वहन करेगी। मध्यप्रदेश कांग्रेस(MP Congress) लगातार इस मामले पर सरकार को घेर रही है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ(kamalnath) ने शिवराज सिंह चौहान(shivraj singh chouhan) को पत्र लिख उन सभी मजदूरों की सूची मांगी है। जिनसे किराया वसूला गया है। पूर्व मुख्यमंत्री नाथ का कहना है कि उनका खर्चा कांग्रेस की प्रदेश इकाई वहन करेगी।
दरअसल गुरुवार को पत्र लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि कोरोनाकाल में प्रदेशवासियों के अन्य जिले एवं शहरों में फंसे होने के कारण उनके परिवार में भय का माहौल है। ऐसे में केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद लोग अपने घर वापस आ रहे हैं। लेकिन ऐसे संवेदनशील समय में सरकार द्वारा असहाय व्यक्तियों से परिवहन के नाम पर किराया वसूला जाना एक असंवेदनशीलता का परिचय देता है। नाथ ने लिखा है कि कांग्रेस एक संवेदनशील पार्टी है और अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्णय के बाद अन्य जगह से वापस आ रहे हैं प्रदेशवासियों के परिवहन यात्रा के खर्च की व्यवस्था प्रदेश की कांग्रेस इकाई करेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री नाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उन सभी व्यक्तियों की सूची मांगी है जो प्रदेश के अन्य जिलों में फंसे हुए हैं और अपने घर वापस जाना चाहते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि सरकार ऐसे लोगों की सूची उन्हें तुरंत उपलब्ध कराएं ताकि उनके लिए उचित व्यवस्था की जा सके।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी को पत्र लिखकर कांग्रेस द्वारा मज़दूरों की वापसी का रेल किराया देने के निर्णय की जानकारी दी है व ऐसे लोगों की सूची /जानकारी माँगी है जिनके लिये किराए की व्यवस्था की जाना है। pic.twitter.com/BVCifm1c08
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 7, 2020