भोपाल।
कांग्रेस अध्यक्ष(congress president) सोनिया गांधी(sonia gandhi) द्वारा मजदूरों के यात्रा खर्च वहन करने जाने फैसले का प्रदेश के पीसीसी चीफ(PCC Chief) और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ(kamalnath) ने स्वागत किया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा मजदूरों के घर लौटने के किराए का खर्च वहन करने संबंधी निर्णय का स्वागत करते हैं। वहीँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(CM shivraj singh chouhan) ने कांग्रेस(congress) पर तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस शासित किन राज्य में मजदूरों का खर्च उठाया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के फैसले का समर्थन करते हैं। जिनमें उन्होंने यह फैसला किया है की कांग्रेस पार्टी(congress party) अपने राज्य वापस आने वाले मजदूरों के यात्रा खर्च वहन करेगी। वही कमलनाथ ने कहा है कि वह प्रदेश वापस आने वाले मजदूरों के यात्रा खर्च की पूरी राशि उन्हें उपलब्ध कराएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री नाथ ने केंद्रीय व राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के लाखों मजदूर जो पिछले डेढ़ महीने से अन्य राज्य में भटक रहे थे। ना उन्हें प्रदेश आने देने और ना ही उनके खाने-पीने का कोई प्रबंध किया गया था। जिसको लेकर ना केंद्र ने कोई कदम उठाए और ना ही राज्य सरकार द्वारा किसी तरह की सहायता राशि प्रदान की गई।
जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के इस निर्णय पर चुटकी लेते हुए सवाल खड़े किए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुझे इस बात का दुख है कि प्रजा जब दुखी होती है तब कांग्रेस की राजनीति शुरू हो जाती है और इस बात का सुख कि हमारी नीति उन के सुख के लिए होती है। सीएम शिवराज ने ट्वीट करते हुए यह भी कहा कि हम उनके जैसे सोचते हैं क्योंकि हम उनमें से एक हैं उनके बराबर खड़े रहते हैं। महल में रहकर उनके साथ खड़े होने का दिखावा नहीं करते। वही शिवराज सरकार ने तंज कसते हुए यह भी कहा है कि अब लगे हाथ यह भी बता दीजिए कि कांग्रेस शासित किस राज्य में यह खर्चा उठाया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ समाचार चैनल तो यह भी बता रहे हैं कि महाराष्ट्र समेत कई कांग्रेस शासित राज्य में किसी भी तरह से खर्चा उठाने से मना कर दिया है। इसी के साथ मजदूरों के यात्रा खर्च को लेकर एक बार फिर से कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीति गरमा गई है।
अब लगे हाथ ये भी बता दीजिए कि कांग्रेस शासित किन राज्यों ने यह खर्च उठाया?
कुछ समाचार चैनल तो ये भी बता रहे है कि महाराष्ट्र समेत कई कांग्रेस शासित राज्यों ने किसी भी तरह का खर्च उठाने से मना कर दिया है!?
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 4, 2020