MP Assembly Elections 2023 : 15 नवंबर की शाम मध्य प्रदेश में चुनावी प्रचार थम गया। मतगणना की उल्टी गिनती शुरु होने के साथ ही पिछले कई दिनों से लगातार जारी जनसभाओं, रैलियों, नुक्कड़ सभाओं, जनसंपर्क समाप्त हुआ। प्रदेश के दोनों प्रमुख दल बीजेपी और कांग्रेस ने पिछले कुछ समय में अपनी जान झोंक दी। जनता को लुभाने के लिए कई वादे, दावे, घोषणाएं हुईं। बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के दौरे हुए और विकास, जनकल्याण तथा बदलाव के नाम पर वोट मांगे गए।
‘एमपी के मन में कौन’ उल्टी गिनती शुरु
पिछले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तूफानी दौरे हुए। वो एक दिन में तीन से चार सभाओं और रोड शो में शामिल हुए। मध्य प्रदेश की जनता को लगातार ‘मोदी की गारंटी यानी हर गारंटी पूरी होने की गारंटी’ और ‘मोदी के मन में एमपी, एमपी के मन में मोदी’ जैसी बातें सुनने को मिली। मंगलवार को झाबुआ में इन चुनावों के लिए अपनी अंतिम सभा में उन्होने बीजेपी की जीत का दावा करते हुए कहा कि इस बार कांग्रेस एक बड़ी शर्मनाक हार की ओर बढ़ रही है। चूंकि बुधवार को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उनका झारखंड दौरा था इसलिए एक दिन पहले ही वे मध्य प्रदेश में अपना अंतिम भाषण देकर और जनता से बीजेपी को वोट देने का वादा लेकर निकले। लेकिन उनका झारखंड दौरा भी मध्य प्रदेश के आदिवासी मतदाताओं के लिए एक संदेश ही है। दरअसल, इस बार बीजेपी कांग्रेस दोनों ही आदिवासी वोट साधने की कोशिश में हैं और ऐसे में 15 तारीख को पीएम मोदी का बिरसा मुंडा की जन्मस्थली जाना हालिया पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और आने वाले साल में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए एक राजनीतिक संदेश ही है। इसे आदिवासियों के साथ भावनात्मक जुड़ाव पैदा करने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है।
पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश की जनता को दिया संदेश
बहरहाल..बुधवार को पीएम मोदी भले ही मध्य प्रदेश में न हों लेकिन उन्होने एक्स पर ट्वीट करते हुए मध्य प्रदेश वासियों को संदेश पहुंचाया है। उन्होने लिखा है कि “मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए इस बार का प्रचार अभियान बल्कि जनता-जनार्दन से आशीर्वाद लेने का अभियान बहुत ही खास रहा। मैं राज्य के कोने-कोने में गया, अनेकों लोगों से मिला, संवाद किया। लोगों में भाजपा के प्रति जो स्नेह है, भाजपा पर जो आस्था है, वो हमारी बहुत बड़ी पूंजी है। मध्य प्रदेश की नारीशक्ति, इस चुनाव में आगे बढ़कर भाजपा का झंडा बुलंद कर रही है। जिस तरह महिला सशक्तिकरण भाजपा की प्राथमिकता है, उसी तरह महिलाओं ने भाजपा सरकार की वापसी को अपनी प्राथमिकता बना लिया है। आज की नई पीढ़ी, भारत के अगले 25 वर्षों और अपने 25 वर्षों को एक साथ जोड़कर देख रही है। और इसलिए विकसित भारत के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने के दायित्व को निभाने के लिए हमारे नौजवान भी कंधे से कंधा मिलाकर आगे आ रहे हैं। लोग का ये अटूट विश्वास है कि 21वीं सदी का विकसित मध्य प्रदेश सिर्फ भाजपा ही बना सकती है। एमपी के लोग डबल इंजन की सरकार के लाभ को देख भी रहे हैं और इसकी जरूरत को समझते भी हैं। रैलियों में मैंने ये भी देखा कि एमपी के लोग कांग्रेस की परिवारवादी राजनीति और नकारात्मकता से कितने ज्यादा नाराज हैं। कांग्रेस के पास एमपी के विकास के लिए कोई विजन नहीं है, कोई रोडमैप नहीं है। मेरा एमपी के सभी मतदाताओं से आग्रह है कि विकसित एमपी के लिए, विकसित भारत के लिए, भाजपा को चुनें, कमल को चुनें।” इस बार दिवाली के पांच दिन बाद मतदान का दिन पड़ रहा है और इससे पहले भी पीएम मोदी मध्य प्रदेश की जनता से राज्य में ‘कमल खिलाने’ और ‘कमल दिवाली’ मनाने का संकल्प लेने का आह्वान कर चुके हैं। अब प्रचार थमने से पहले भी उन्होने एक बार फिर मध्य प्रदेश में विकास के लिए भाजपा को चुनने की अपील की है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए इस बार का प्रचार अभियान बल्कि जनता-जनार्दन से आशीर्वाद लेने का अभियान बहुत ही खास रहा। मैं राज्य के कोने-कोने में गया, अनेकों लोगों से मिला, संवाद किया। लोगों में भाजपा के प्रति जो स्नेह है, भाजपा पर जो आस्था है, वो हमारी बहुत बड़ी पूंजी है।…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2023