Veer Baal Diwas 2023 : वीर बाल दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ‘भारत को लेकर दुनिया का नजरिया बदला है,’ युवाशक्ति से किया आह्वान

PM Modi

Veer Baal Diwas 2023 : ‘वीर बाल दिवस’ के अवसर पर दिल्ली स्थित भारत मंडपम में के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोबिंद सिंह जी और उनके चारों साहिबजादों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी और उनके चारों साहिबजादों का साहस और आदर्श आज भी भारत के लोगों के दिलों में प्रेरणा और ऊर्जा का संचार करते हैं। ‘वीर बाल दिवस’ उन सच्चे नायकों और उन्हें जन्म देने वाली महान माताओं की बेजोड़ बहादुरी के लिए राष्ट्र की श्रद्धांजलि है।

प्रधानमंत्री ने कहा ‘अब विदेशों में भी हो रहे हैं वीर बाल दिवस के कार्यक्रम’

पीएम मोदी ने कहा कि वीर बाल दिवस भारतीयता की रक्षा और सुरक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि बहादुरी की कोई उम्र नहीं होती। उन्होने कहा कि ‘पिछले वर्ष देश ने पहली बार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया था। तब पूरे देश में सभी ने भाव विभोर होकर साहिबजादों की वीर गाथाओं को सुना था। वीर बाल दिवस भारतीयता की रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। ये दिन हमें याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती। वीर बाल दिवस अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाने लगा है। ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, UAE और ग्रीस में भी वीर बाल दिवस से जुड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। भारत के वीर साहिबजादों को पूरी दुनिया और ज्यादा जानेगी, उनके महान कार्यों से सीखेगी।’

‘अपनी विरासत और सामर्थ्य पर पूरा भरोसा’

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक हमने अपनी विरासत का सम्मान नहीं किया, दुनिया ने भी हमारी विरासत को भाव नहीं दिया। आज जब हम अपनी विरासत पर गर्व कर रहे हैं, तो दुनिया का भी नजरिया बदला है। मुझे खुशी है कि आज का भारत ‘गुलामी की मानसिकता’ से बाहर निकल रहा है। आज के भारत को अपने लोगों पर, अपने सामर्थ्य पर, अपनी प्रेरणाओं पर पूरा पूरा भरोसा है। आज के भारत के लिए साहिबजादों का बलिदान राष्ट्रीय प्रेरणा का विषय है। आज के भारत में भगवान बिरसा मुंडा का बलिदान, गोविंद गुरु का बलिदान पूरे राष्ट्र को प्रेरणा देता है। आज देश वीर साहिबजादों के अमर बलिदान को याद कर रहा है, उनसे प्रेरणा ले रहा है। आजादी के अमृतकाल में ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में एक नया अध्याय प्रारंभ हुआ है। उन्होने कहा कि हमें इस मिट्टी की आन-बान-शान के लिए जीना है, हमें देश को बेहतर बनाने के लिए जीना है। हमें इस महान राष्ट्र की संतान के रूप में, देश को विकसित बनाने के लिए जीना है, जुटना है, जूझना है और विजयी होकर निकलना है।

देश के युवाओं से आह्वान

पीएम मोदी ने कहा कि ‘आज भारत, दुनिया के उन देशों में से है, जो देश सबसे ज्यादा युवा देश है। इतना युवा तो भारत अपनी आजादी की लड़ाई के समय भी नहीं था। जब उस युवाशक्ति ने देश को आजादी दिलाई, तो आज की युवाशक्ति भारत को किस ऊंचाई पर ले जा सकती है… यह कल्पना से परे है। आने वाले 25 साल हमारी युवाशक्ति के लिए बहुत बड़ा अवसर लेकर आ रहे हैं। भारत का युवा किसी भी क्षेत्र में, समाज में पैदा हुआ हो… उसके सपने असीम हैं। इन सपनों को पूरा करने के लिए सरकार के ​पास स्पष्ट रोड मैप है, स्पष्ट विजन है, स्पष्ट नीति है और नीयत में कोई खोट नहीं है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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