अभी कुछ समय पहले ही टमाटर की कीमतों में लगी आग ने आम आदमी की रसोई का बजट गड़बड़ा दिया था और अब प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। नवरात्रि खत्म होते ही 20 से 25 रुपये किलो बिकने वाले प्याज अचानक दुगने से भी महंगा हो गया। हालत ये है कि अब कई जगहों पर एक किलो प्याज 60-70 रुपये किलो तक बिक रहा है।
दुगनी से अधिक हुई कीमत
प्याज के दाम अचानक बढ़े हैं। थोक बाजार में प्रतिदिन लगभग सात से आठ रुपये प्रति किलो तेजी देखी जा रही है। वहीं फुटकर बाज़ार में एक किलो प्याज की कीमत एक दिन में लगभग 14 रुपये बढ़ रही है। ज्यादातर शहरों में प्याजा के ताजा भाव 50 रुपये या उससे अधिक हैं। वहीं, उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर प्याज का अधिकतम खुदरा मूल्य सत्तर रुपये है। प्याज के मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की मंडियों में भी कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले प्याज का थोक भाव 50 रुपये किलो से ज्यादा हो चुका है। मंडियों में दाम बढ़ने का असर है कि अब खुदरा बाजार में भी कीमतें तेजी से आसमान छू रही हैं।
क्या है वजह
बता दें कि देश में महाराष्ट्र प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। यहां की सबसे मशहूर पिंपलगांव मंडी में प्याज के भाव 2500 से लेकर 5014 रूपये प्रति क्विंटल पहुंच गए हैं। इस तरह प्याज लगभग दोगुना हुआ है और यही वजह है कि देशभर के अलग अलग स्थानों में इसकी कीमत 50 पार हो गई है। वहीं इस बार दक्षिणी राज्यों कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में खरीफ प्याज की बुआई कम हुई क्योंकि पिछले दो साल में प्याज के किसानों को घाटा हुआ था। इसके बाद इन प्रदेशों में बारिश की कमी के कारण उत्पादन में और गिरावट हुई। पिछले कुछ समय में मंडियों में इसकी आवक भी कम हुई है और कीमत बढ़ने की ये भी एक बड़ी वजह है। इधर प्याज की बढ़ती कीमतों से आम आदमी परेशान है। जिन्होने सालभर का प्याज स्टॉक कर लिया है उन घरों में तो कोई दिक्कत नहीं लेकिन जरुरत के हिसाब से प्याज खरीदने वाले परेशान है।फिलहाल आने वाले कुछ दिनों तक इनकी कीमतों में बहुत कमी होने के आसार नहीं है, ऐसे में लोगों के पास दो ही विकल्प हैं। या तो वो महंगी प्याज खरीदें या फिर स्वाद से समझौता करें क्योंकि इस बार प्याज सिर्फ कटने पर ही नहीं, बिकने पर भी लोगों को रुला रहा है।