भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हरदा जिले के छोटे से शहर टिमरनी के मेधावी छात्र ने कुछ ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिससे पूरे शहर का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है। 21 साल के अद्वैत सिधना ने दुबई (Dubai) में आयोजिन International Astronautical Congress (IAC21) में अपना पेपर प्रेजेंटेशन किया। यहां पेपर प्रेजेंट करने वाले वो सबसे कम उम्र वाले छात्रों में शामिल थे। उनके दोनों पेपर International Astronautical Federation जर्नल में प्रकाशित होने के लिए सिलेक्ट किए गए हैं।
दुबई में 25 से 29 अक्टूबर तक आयोजित 5 दिवसीय इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉटिकल कांग्रेस में स्पेस साइंस एक्सपो, रॉकेट-सेटेलाइट एग्जीबिशन और दुनियाभर से जुटे स्पेस वैज्ञानिकों के शोध पत्र, रिसर्च प्रेजेंटेशन आदि शामिल थे। अद्वैत सिधना देहरादून के यूपीईएस (University of Petroleum and Energy Studies) से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (Aerospace Engineering) में बीटेक के छात्र हैं और उनकी शुरू से ही स्पेस साइंस में गहरी रूचि रही है। उन्होने COLONIZING MARS: IN-SITU RESOURCE UTILIZATION OF THE MARTIAN MOONS और Space Debris Categorization and Sorting using MATLAB विषयों पर 2 पेपर प्रेजेंट किये और अब ये दोनों ही पेपर ‘इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉटिकल फेडरेशन’ के नाम से जाने जाने वाले अंतरिक्ष विज्ञान के प्रतिष्ठित जर्नल में प्रकाशित होने के लिए चयनित किए गए हैं।
बता दें कि दुबई में आयोजित इस प्रतिष्ठित आयोजन में NASA, ISRO, JAXA, ESA, SpaceX, Boeing सहित विश्व भर के स्पेस विशेषज्ञ, वैज्ञानिक और छात्र सहित अनेक विद्वान सम्मिलित हुए। अद्वैत सिधना कीइस कार्यक्रम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ. के सिवन से भी मुलाकात हुई और उन्होने इतनी कम उम्र में इस उपलब्थि के लिए उन्हें बधाई दी। अद्वैत भविष्य में Time Singularity विषय पर शोध कार्य करना चाहते हैं। इस उपलब्धि के लिए वो अपने पिता श्री संतोष सिधना, मां श्रीमती दीप्ति सिधना सहित सभी शिक्षकों के मार्गदर्शन और छोटे भाई हर्षल सिधना सहित पूरे परिवार की हौसलाअफज़ाई को श्रेय देते हैं। विनम्र और मृदुभाषी अद्वैत पूरी तन्मयता और लगन से पढ़ाई कर रहे हैं और उनका लक्ष्य है कि वो स्पेस साइंस के क्षेत्र में देश के लिए विशेष योगदान दें।