MP Breaking News
Sun, Dec 21, 2025

प्रशांत किशोर को पुलिस ने हिरासत में लिया, विवेक तन्खा ने उन्हें बताया ‘नॉन ट्रेडिशनल लीडर’

Written by:Virendra Sharma
Published:
Last Updated:
पटना पुलिस ने आज तड़के गांधी मैदान से जन सुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर को हिरासत में ले लिया है। वे बीपीएससी परीक्षा में कथित अनियमितताओं के खिलाफ आमरण अनशन पर थे। वहीं, राज्यसभा सांसद तन्खा ने लेकर उन्हें 'बुद्धिमान व्यक्ति' बताते हुए सवाल किया है कि क्या वे बिहार की जातिगत राजनीति में अंकुश लगा पाएंगे।
प्रशांत किशोर को पुलिस ने हिरासत में लिया, विवेक तन्खा ने उन्हें बताया ‘नॉन ट्रेडिशनल लीडर’

Prashant Kishor Detained by Patna Police : जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने आज तड़के हिरासत में ले लिया। सुबह लगभग चार बजे उन्हें अनशन स्थल गांधी मैदान से हिरासत में लिया गया है। उनके साथ कुछ अन्य प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस उन्हें AIIMS लेकर गई है।

इस बीच राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने प्रशांत किशोर को लेकर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने बिहार की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। तन्खा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रशांत किशोर को “नॉन ट्रेडिशनल लीडर” कहा और सवाल किया कि क्या वे बिहार की जातिगत राजनीति पर अंकुश लगा पाएंगे।

प्रशांत किशोर को पुलिस ने हिरासत में लिया

सोमवार तड़के पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से हिरासत में लिया। वे 2 जनवरी से बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के विरोध में आमरण अनशन पर थे। उनकी मांग थी कि परीक्षा रद्द कर इसे दुबारा कराया जाए। पुलिस ने सुबह लगभग 4 बजे गांधी मैदान को खाली कराने के लिए प्रशांत किशोर और कुछ अन्य प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। जानकारी के मुताबिक उन्हें एम्स ले जाया गया है।

विवेक तन्खा ने उन्हें कहा ‘बुद्धिमान व्यक्ति’

वहीं, अब मध्यप्रदेश से कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने प्रशांत किशोर को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी है। उन्होंने कहा कि ‘प्रशांत किशोर बुद्धिमान व्यक्ति है। नॉन ट्रेडिशनल लीडर है। बिहार के २४/७ पोलिटिकल व्यक्ति उनका राइज पचा नहीं पायेंगे। प्रश्न है की क्या बिहार की जनता नई व्यवस्था के लिए तैयार है ? क्या बिहार की जातिगत राजनीति में प्रशांत किशोर अंकुश लगा पायेगे ? क्या वे नये युग के लीडर बन पाएंगे।’ बता दें कि आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर की मांग थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्रों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने कहा था कि जब तक छात्रों की मांग पूरी नहीं होती, वे अनशन जारी रखेंगे लेकिन आज सुबह पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। इस घटना के बाद प्रशांत किशोर के समर्थकों में नाराजगी देखी गई और उन्होंने पुलिस कार्रवाई की आलोचना की है।