भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की कार्रवाई में IPS अधिकारी जीपी सिंह के 15 ठिकानों से अब तक पांच करोड़ की चल-अचल संपत्ति की जानकारी मिली है। लगातार दूसरे दिन की जांच में दस्तावेजों और जानकारियों के आधार पर कई लोगों से पूछताछ की गई है जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। जानकारी के अनुसार एसीबी की टीम शनिवार दोपहर तक सभी 15 ठिकानों पर जांच पूरी कर लेगी। साथ ही टीम इलेक्ट्रानिक डिवाइस की तलाश कर रही है। चर्चा है कि सरकार को परेशानी में डालने वाले कुछ दस्तावेज जीपी सिंह के पास हो सकते हैं। ऐसे में टीम एक-एक चीज की गंभीरता से जांच की जा रही है।
छापे में मिले करोड़ों के दस्तावेज, 75 से अधिक बीमा पॉलिसी
मामले में एसीबी के आला अधिकारियों ने बताया कि ADG जीपी सिंह की पत्नी और बेटे के नाम पर 75 से अधिक बीमा संबंधी दस्तावेज मिले हैं। इसमें लाखों रुपये का प्रीमियम के रूप में भुगतान हुआ है। एक से अधिक अविभाजित हिन्दू परिवार (HUF) अकाउंट बनाए गए हैं, जिनके आय एवं व्यय की गणना की जा रही है। इसी तरह बैंकों और डाकघरों में कई खातों की जानकारी मिली है, जिसकी गिनती की जा रही है।
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गायब हैं CCTV का डीवीआर
जीपी सिंह के बंगले में चारों तरफ पीसी टीवी कैमरे लगे हुए हैं। इन कैमरों के रिकॉर्डिंग की जो डीवीआर मशीन होती है उसे गायब कर दिया गया है। पुलिस कल से ही सीसीटीवी के डीवीआर की तलाश कर रही है लेकिन अभी तक उसे सफलता नहीं मिल पाई है। एसीबी के अधिकारियों का मानना है कि सीसीटीवी फुटेज में जरूर कुछ ऐसे लोगों का सिंह के बंगले में आना जाना रिकॉर्ड हुआ है जो नहीं चाहते कि उनका संबंध जीपसी से निकले। साथ ही इन कैमरों में कुछ लेनदेन के विजुअल भी होंगे। साजिश में शामिल लोगों के चेहरे सामने ना आ पाए इसलिए इस डीवीआर को गायब कर दिया गया है। इसे लेकर जीपी सिंह और उनके परिवार के सदस्यों, स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है।
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ईडी भी हो सकती है जांच में शामिल
एसीबी के आला अधिकारियों ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति और अनैतिक तरीके से संपत्ति अर्जित करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच कर सकती है। वहीं, आयकर विभाग ने अपनी जांच अलग से शुरू कर दी है।