Rahul Gandhi in Indore : भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इंदौर पहुंचे राहुल गांधी ने मीडिया से बात की। इस दौरान मध्यप्रदेश में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए लोगों की वापसी पर उन्होने कहा कि जो लोग पैसे लेकर गए हैं, उनपर भरोसा नहीं करना चाहिए। जिन लोगों ने पिछली बार कांग्रेस की सरकार गिरा दी, क्या उनके लिए अभी भी पार्टी के दरवाजे खुले रहेंगे। इस सवाल के जवाब पर उन्होने कहा कि उनका मत है कि अगर वो लोग पैसे से खरीदे गए हैं तो उनपर विश्वास नहीं करना चाहिए। वहीं राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के विवाद वाले सवाल को टालते हुए नजर आए। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी ने उनकी छवि खराब करने के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर दिए है, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
यात्रा के लक्ष्य साफ हैं
राहुल गांधी ने कहा कि वो न्यूमेरोलॉजी में विश्वास नहीं करते हैं..ये बात उन्होने इस सवाल के जवाब में कही जब उनसे पूछा गया कि 28 नवंबर 2018 को मध्यप्रदेश के चुनाव हुए थे और कांग्रेस की 56 सीटें बढ़ी थी। इसे वे कैसे बरकरार रखेंगे। इसके जवाब में राहुल ने कहा कि नंबर पर इन चीज़ों को नहीं देखते हैं लेकिन कन्याकुमारी से मध्यप्रदेश तक इस यात्रा को जनता का प्यार, भरोसा और शक्ति मिली है। उन्होने कहा कि इस यात्रा में किसी को थकान नहीं हो रही, ये बड़ी खास बात है। उन्होने कहा कि इस यात्रा के साफ लक्ष्य है..इसे पीछे सोच है हिंदुस्तान में नफरत, हिंसा और डर फैलाया जा रहा है उसके सामने खड़े होना। इसका केंद्रीय विचार जनता की आवाज सुनना है। इसी के साथ ये यात्रा बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ है। उन्होने कहा कि वे ज्यादा राजनीतिक मुद्दे उठाकर इस यात्रा का लक्ष्य बदलना नहीं चाहते।
यात्रा का सबसे सुखद क्षण
यात्रा का सबसे सुखद क्षण के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि एक नहीं कह सकता..बहुत सारे सुखद क्षण है। मैंने यह पहले कभी नहीं की थी। पहले पांच दस दिन बाद पता चलता है 3700 किलोमीटर चलना है। बीच में मेरे घुटनों में दर्द होना शुरु हो गया। काफी डर भी था कि चल पाऊंगा या नहीं। फिर आहिस्ता आहिस्ता उस डर का सामना किया..और वैसे क्षण अच्छे होते हैं। जब आप अपने डर से उबर जाते हैं। मेरे घुटनों में दर्द था..इसी दौरान एक 6-7 साल की छोटी से लड़की आई और वो मुझसे थोड़ा दूर चल रही थी। फिर उसने एक चिट्ठी निकाली और मुझे देकर कहा कि ये आप पढ़ लीजियेगा। उसमे लिखा था ‘ये मत सोचो कि आप अकेले हो। मैं आपके साथ चल नहीं पा रही हूं क्योंकि मेरे माता पिता मुझे चलने नहीं दे रहे हैं, लेकिन मैं आपके साथ चल रही हूं।’ ऐसे कई उदाहरण हैं और ऐसे कई अच्छे क्षण रहे हैं। मेरी सहनशीलता बढ़ गया है और लोगों की बात को उनके नजरिये से समझने की कोशिश करता हूं।
क्या अमेठी से चुनाव लड़ेंगे राहुल गांधी
क्या आप अमेठी से दुबारा चुनाव लड़ेंगे..इस सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि इसका जवाब साल डेढ़ साल में मिल जाएगा। वहीं राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के मुद्दे पर उन्होने कहा कि वो इसपर नहीं जाना चाहते और इसका असर भारत जोड़ो यात्रा पर नहीं पड़ने वाला है। वहीं निजी हमलों को लेकर उन्होने कहा कि बीजेपी ने हजारों करोड़ रूपये उनकी इमेज खराब करने में लगा दिए हैं। लोग सोचते है ये मेरे लिए नुकसानदायक है, लेकिन असल में ये मेरे लिए फायदेमंद है क्योंकि सच्चाई मेरे हाथ में है। उन्होने कहा कि जब निजी हमले होते हैं तो मुझे समझ में आता है कि मैं सही काम कर रहा हूं।
‘राहुल गांधी को मैंने बहुत साल पहले छोड़ दिया है’
इस सवाल पर कि इस लंबी यात्रा आपको क्या लगता है कि राहुल गांधी को क्या सोच मिली है, वे कितने बदले हैं के जवाब में उन्होने कहा कि ‘राहुल गांधी को मैंने बहुत साल पहले छोड़ दिया है। राहुल गांधी आपके दिमाग में हैं, मेरे दिमाग में नहीं है।’ उन्होने कहा कि इस देश की फिलॉसॉफी यही है। उन्होने कहा कि इस यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय यही है। उन्होने कहा कि व्यक्ति बदलता है और ये एक निरंतर प्रक्रिया है।