MP Breaking News
Sat, Dec 20, 2025

श्रीनगर में राजनाथ सिंह की दो टूक ‘हम आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं’, पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को IAEA की निगरानी में लेने की मांग

Written by:Shruty Kushwaha
Published:
Last Updated:
रक्षा मंत्री ने कहा बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत आमतौर पर युद्ध के समर्थक कभी नहीं रहा। लेकिन स्थितियां जब इतनी विकट हो जाएं, जब देश की संप्रभुता पर आक्रमण हो तो जवाब देना आवश्यक हो जाता है। उन्होंने भारतीय सेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि 'मैं आप सभी को आपके शौर्य और पराक्रम के लिए मैं बधाई देता हूं। मैं आपको यह आश्वासन देता हूं कि हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की सरकार और देश की जनता हर कदम पर हर स्थिति में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।'
श्रीनगर में राजनाथ सिंह की दो टूक ‘हम आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं’, पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को IAEA की निगरानी में लेने की मांग

Rajnath Singh Warns Pakistan : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को श्रीनगर से एक स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि भारत किसी भी स्थिति में आतंकवाद को सहन नहीं करेगा। इसी के साथ उन्होंने मांग की कि पाकिस्तान के एटमी हथियारों को IAEA (International Atomic Energy Agency) की निगरानी में लिया जाना चाहिए। पहलगाम आतंकी हमले के बाद वे जम्मू कश्मीर पहुंचे और सेना के जवानों से मुलाक़ात की।

उन्होंने कहा कि ‘पैंतीस-चालीस वर्षों से भारत सरहद पार से चलाये जा रही आतंकवाद का सामना कर रहा है। आज भारत ने पूरी दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ हम किसी भी हद तक जा सकते हैं। पहलगाम में आतंकवादी घटना को अंजाम देकर भारत के माथे पर चोट पहुँचाने का काम किया, भारत की सामाजिक एकता को तोड़ने का प्रयास किया गया। उन्होंने भारत के माथे पर वार किया हमने उनकी छाती पर घाव किया हैं। पाकिस्तान के ज़ख्मों का इलाज इसी बात में है कि वह भारत विरोधी और आतंकवादी संगठनों को पनाह देना बंद करे, अपनी ज़मीन का इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ न होने दे।’

राजनाथ सिंह ने कहा ‘किसी कीमत पर आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा’ 

राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ आतंकवाद के खिलाफ़ भारत द्वारा चलाई गई सबसे बड़ी कार्रवाई है। श्रीनगर से पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि वो आतंकी गतिविधियों को समर्थन देना बंद करे। रक्षा मंत्री ने कहा ‘लगभग इक्कीस साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलजी के सामने इसी पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में डिक्लेरेशन किया था कि अब उनकी धरती से आतंकवाद एक्सपोर्ट नहीं किया जाएगा। मगर पाकिस्तान ने भारत को धोखा दिया और आज भी धोखा दिए जा रहा है। इसका खामियाज़ा अब उसको भारी कीमत अदा करके भुगतना पड़ रहा है। और यदि आतंकवाद चलता रहा तो यह कीमत लगातार बढ़ने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो-टूक शब्दों में आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत की नीति को Redefine कर दिया है..जो यह कहती है कि हिंदुस्तान की सरज़मीं पर किया गया कोई भी आतंकी हमला एक act of war माना जाएगा। दोनों देशों में जो understanding अभी बनी है वह इसी बात को लेकर है कि सरहद पार से कोई बेजा हरकत नहीं की जाएगी।’ उन्होंने कहा कि अगर की गई तो बात निकलेगी तो बहुत दूर तलक जाएगी।

पाकिस्तान के परमाणु बमों को निगरानी में लेने की मांग

रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने साफ बता दिया है कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चलेंगे। अगर बात होगी तो आतंकवाद पर होगी, पीओके पर होगी। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी ने पाकिस्तान में छिपे आतंकी संगठनों और उनके आकाओं को भी यह साफ़ बता दिया है कि वो कहीं भी अपने आप को महफूज़ और सुरक्षित न समझें। अब वे भारतीय सेनाओं के निशाने पर हैं। दुनिया जानती है, हमारी सेनाओं का निशाना अचूक है और वो जब वो निशाना लगाते हैं तो गिनती करने का काम दुश्मनों पर छोड़ देते हैं।’ उन्होंने कहा कि ग़ैर ज़िम्मेदाराना तरीक़े से पाकिस्तान द्वारा भारत को अनेक बार एटमी धमकियां दी गईं हैं। आज श्रीनगर की धरती से मैं पूरी दुनिया के सामने यह सवाल उठाना चाहता हूँ कि क्या ऐसे ग़ैर ज़िम्मेदार और rogue nation के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं? उन्होंने मांग की है कि पाकिस्तान के एटमी हथियारों को IAEA यानि (International Atomic Energy Agency) की निगरानी में लिया जाना चाहिए।