भोपाल।
सियासी हलचल के बीच भाजपा राज्य सभा उम्मीदवार को राहत देते हुए विधानसभा सचिवालय ने भाजपा राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और डॉ सुमेर सिंह सोलंकी के नामांकन पत्र को मंजूरी दे दी है। सोमवार को बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी के खिलाफ कांग्रेस ने मामला छुपाने एवं गलत तरीके से नामांकन पत्र दाखिल करने की बात करते हुए विधानसभा सचिवालय से नामांकन पत्र निरस्त करने की मांग की थी लेकिन कांग्रेस की याचिका रिटर्निग आफिसर ने खारिज कर दी है।
बताते चलें कि सोमवार को कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशी दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया के साथ भाजपा की तरफ से नेता रंजना बघेल के नामांकन पत्र को स्वीकृति मिल गई थी। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी पर आरोप लगाते हुए उनके नामांकन को निरस्त करने की मांग की थी। कांग्रेस का कहना था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ जमीन विवाद के कई मामलों के साथ कई अपराधिक मामले भी दर्ज है जिसकी जानकारी उन्होंने नामांकन पत्र में दाखिल नहीं की है। वही सुमेर सिंह सोलंकी ने शासकीय कार्य में रहते हुए नामांकन पत्र दाखिल किया था जो कि उचित नहीं था। इस बात को गंभीरता से लेते हुए इन दोनों के नामांकन को रद्द किया जाना चाहिए। लेकिन सिंधिया और सुमेर सिंह के नामांकन स्वीकृत होने के बाद अब कांग्रेस को बड़ी राहत मिली है
गौरतलब हो कि 26 मार्च को प्रदेश की राज्यसभा की 3 सीटों पर चुनाव होना है। जिसके लिए कांग्रेस की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अलावा फूल सिंह बरैया ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। वहीं भाजपा ने अपने 3 उम्मीदवार चुनाव में उतारे हैं। जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा प्रोफेसर सुमेर सिंह सोलंकी एवं भाजपा नेता रंजना बघेल शामिल है। कांग्रेस और बीजेपी की तरफ से एक-एक सीट पर दोनों की जीत तय हैं किन्तु देखना दिलचस्प है कि तीसरी सीट आखिर किसके हिस्से जाती है।