भोपाल। संगठन चुनाव की प्रक्रिया के तहत जिलाध्यक्षों ऐलान के बाद अब भारतीय जनता पार्टी में प्रदेशाध्यक्ष के नाम पर मंथन शुरू हो गया है। पार्टी हाईकमान की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक प्रदेशाध्यक्ष को लेकर पार्टी नेताओं से चर्चा कर रहे हैं। संभवत: अगले हफ्ते तक भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नाम का ऐलान हो जाएगा। प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में आधा दर्जन करीब दावेदारों के नाम शामिल हैं, लेकिन वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह दौड़ में सबसे आगे हैं। यदि राकेश अध्यक्ष की दौड़ से बाहर होते हैं तो फिर उनका मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिलना तय है।
वर्तमान में मोदी मंत्रिमंडल में मप्र के तीन सांसद मंत्री हैं। जबकि मप्र से राज्यसभा सांसद धर्मेन्द्र प्रधान भी केंद्रीय मंत्री है, लेकिन वे उड़ीसा से हैं। ऐसे में मोदी मंत्रिमंडल के अगले विस्तार में मप्र के एक-दो सांसदों को जगह मिलना तय है। भाजपा के दिल्ली सूत्रों के अनुसार राकेश सिंह का फिर से मप्र भाजपा अध्यक्ष बनने की संभावना इसलिए ज्यादा हैं, क्योंकि अन्य दावेदारों की अपेक्षा राकेश के नाम पर मप्र भाजपा के नेताओं के बीच ज्यादा सहमति है। फिलहाल हाईकमान की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक अश्विनी चौबे और मुख्तार अब्बास नकबी प्रदेशाध्यक्ष चुनाव की खानापूर्ति कराएंगे। इससे पहले राष्ट्रीय महासचिव राम माधव संघ और भाजपा नेताओं से समन्वय कर े एक दावेदार के नाम पर राजी करने का काम कर रहे हैं।
ये हैं प्रदेशाध्यक्ष के दावेदार
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के लिए राकेश सिंह मजबूत दावेदार हैं। जबकि वीडी शर्मा, भूपेन्द्र सिंह, दीपक विजयवर्गीय, अजय प्रताप सिंह, गजेन्द्र सिंह, नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया भी इस दौड़ में शामिल हैं। प्रदेशाध्यक्ष के चयन में क्षेत्र एवं वर्ग को भी देखा जाएगा। ऐसे में नेता प्रतिप्रक्ष गोपाल भार्गव ब्राह्मण हंै, तब प्रदेशाध्यक्ष ओबीसी सामान्य या फिर आदिवासी को प्रदेशाध्यक्ष बनाया जा सकता है।
फिलहाल ये हैं केंद्रीय मंत्री
मप्र से 29 में से 28 सांसद भाजपा के हैं। इनमें से नरेन्द्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल केंद्रीय मंत्री हैं। जबकि 11 में से 8 राज्यसभा संासद भाजपा के पास हैं। इनमें से थावरचंद्र गहलोत और धर्मेन्द्र प्रधान मंत्री हैं।