‘रमेश स्पेशल नमकीन’ वाला देसी झोला बना विदेशी स्टाइल स्टेटमेंट, अमेरिका में ‘चेतक स्वीट्स’ वाला सूती थैला बिक रहा 4000 में

याद आती है बड़े बुजुर्गों की नसीहत जब वो कहते थे कि अपनी चीजों की कद्र कर लो..ऐसा न हो कि अपनी लापरवाही से किसी दिन ये कोई और छीन लें। याद आता है कि कैसे हमने इतने मज़बूत और टिकाऊ झोले को अपने घर से बाहर निकाल दिया और अब शॉपिंग बैग्स के लिए भी कीमत चुकाने लगे हैं। पहले हमेशा घर से निकलते हुए हमारे बड़े कोई थैली साथ में रख लेते थे। लेकिन अब तो ये फैशन हो गया है कि थैलियां भी डिज़ाइनर होनी चाहिए। कमाल देखिए..वही झोला जिसे हमने आउटडेटेड मान लिया था, अब अमेरिका की बड़ी कंपनी महंगे दामों पर बेच रही है और वो फिर से फैशन में आ गया है।

क्या आपको याद है वो सूती कपड़े के मोटे झोले जो पहले किराने की दुकान, नमकीन स्वीट स्टोर या कपड़ों की शॉप में मिलते थे। भारी भरकर..मज़बूत और कई किलो सामान भरने की क्षमता वाले झोले जो अक्सर मटमैले रंग के होते। जिनपर कई दाग धब्बे भी रहते और दुकान का नाम छपा होता। जब आप ढेर सारा सामान लेने जाते और दुकानदार से मनुहार करते कि किसी थैले में भरकर दे दें..तो यही झोला सामान भरकर थमा दिया जाता।

समय के साथ हमारी जीवनशैली में परिवर्तन हुआ और इन कपड़ों के थैले-झोले की जगह शॉपिंग बैग्स ने ले ली। भले ही कपड़े के बैग हों लेकिन वो भी डिज़ाइनर होने लगे। गाँव देहात में तो कभी कभार पुराने झोले दिख भी जाते हैं..लेकिन शहरों में अब उनका चलन एकदम बंद हो गया है। ऐसे में अगर कोई मशहूर विदेशी ब्रांड आपको ‘रमेश स्पेशल नमकीन’ या ‘अग्रवाल किराना स्टोर’ वाला झोला महंगे दामों पर बेचता दिखे..तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी।

भारतीय झोला बना इंटरनेशलन ब्रांड की पसंद

कहते हैं गुजरा जमाना लौटकर आता है। लेकिन अगर हमारे देश के गुजरे जमाने की याद को अमेरिका का कोई लग्जरी ब्रांड महंगे दामों पर बेचें..तो क्या आप उसे खरीदेंगे। जी हां..वही आम सूती झोला जो हम इस्तेमाल करना लगभग बंद कर चुके हैं अब  अमेरिका की लग्जरी वेबसाइट नॉर्डस्ट्रॉम पर 4000 रुपये से ज्यादा ($48) से ज्यादा में बिक रहा है। जी हाँ, वही थैला जो मिठाई की दुकान या नाश्ते की दुकान पर मुफ्त में मिलता था..उसे जापानी ब्रांड प्यूएबको “इंडियन स्मारिका बैग” कहकर बेच रहा है। इनपर ‘रमेश स्पेशल नमकीन’ और ‘चेतक स्वीस्ट’ जैसे कैप्शन लिखे हैं..जो हम हमेशा से देखते आए हैं।

मुफ्त में मिलने वाले झोले की कीमत हजारों में हुई, लोगों के मजेदार रिएक्शंस

हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि मिठाई या किराने की दुकान से मुफ्त में मिलने वाला वो साधारण सूती झोला एक दिन विदेश में लग्जरी स्टोर पर चमकेगा। नॉर्डस्ट्रॉम की वेबसाइट पर इस बैग को “भारतीय संस्कृति के प्रेमियों और यात्रियों के लिए जरूरी” बताया गया है। इसका डिज़ाइन “यूनिक” और “स्टाइलिश” कहकर बेचा जा है और मार्केटिंग की जा रही है कि ये “आपके जरूरी सामान को ले जाने के साथ-साथ भारत के प्रति आपके प्यार को दिखाता है।” लेकिन इस झोले कर इतने महंगे दामों पर बिकता देख सोशल मीडिया पर भारतीयों का रिएक्शन देखने लायक है। कोई हैरान है कि कैसे एक मुफ्त का थैला इतनी मोटी कीमत पर बिक सकता है तो कोई इसे मजेदार बता रहा है।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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