भोपाल। राजधानी के कमला नगर थाना इलाके में बलात्कार के बाद में मासूम की हत्या के मामले में पुलिस का अमानवीय चहरा एक बार फिर उजागर हुआ है। थाने में देर रात ड्यूटी पर तैनात आरक्षक रूप सिंह ने मृतक बच्ची के परिजनों से कह डाला की बच्ची किसी के साथ भाग गई होगी। घर जाकर शांति से सो जाओ। वहीं डीआईजी भोपाल इरशाद वली ने इस बात की जानकारी मिलने के बाद में आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। मामले में पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर पड़ताल शुरू कर दी है।
बच्ची के मामा ने बताया कि पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो बच्ची की जान बच सकती थी। उसकी लाश घर से कुछ ही दूरी पर मिली है। हत्या का संदेह भी पड़ोस की एक युवती पर था। जब इस बात की जानकारी पुलिस को दी गई तो पुलिस ने कार्रवाई करने से साफ इनकार कर दिया। उनसे कहा गया कि बच्ची किसी के साथ में भाग गई होगी चुपचाप जाकर सो जाओ। इतना ही नहीं बार-बार थाने आने पर उन्हें व परिजनों को थाने में बंद करने की धमकी दी गई। इस बात की जानकारी थाना प्रभारी, सहित सीएसपी टीटी नगर उमेश तिवारी को दी गई थी। बावजूद इसके कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि सीएसपी टीटी नगर उमेश तिवारी का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला आते ही तत्काल कार्रइवाई कराई गई थी। बच्ची के अपरहण की कायमी देर रात ही करा दी गई थी। बच्ची के मामा का यहां तक कहना है कि जब वह देर रात आस-पास के इलाकों में वह और साथी बाइकों से बच्ची की तलाश कर रहे थे। तब पुलिसवालों ने मोहल्ले में आकर उन पर ही माहौल खराब करने का आरोप लगा डाला। इसके बाद भी लगातार बच्ची की तलाश जारी रखी गई। सुबह बच्ची का शव बरामद कर लिया गया।