भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी की स्थिति और नेताओं के मिले फीडबैक पर संघ नेता कृष्णा गोपाल ने नाराजगी जताई है। प्रदेश में बीजेपी को मज़बूती देने के लिए संघ के पदाधिकारी और नेताओं ने डेरा डाल रखा है। संघ के सह सर कार्यवाह कृष्णा गोपाल ने प्रदेश के भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत समेत अन्य नेताओं के साथ समन्वय बैठक में कहा कि जो फीडबैक है वह पार्टी के लिए अच्छा नहीं है।
उन्होंने सदस्यता अभियान के पिछड़ जाने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि देशभर में भाजपा से हर व्यक्ति जुड़ना चाहता है। लेकिन प्रदेश में सरकार जाने के बाद सदस्यता अभियान का टारगेट नेता हासिल करने में पीछे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में पार्टी में टूट के राजनीतिक घटनाक्रम अच्छे नहीं हैं। संघ की ओर से ऐसे मामलों में सुधार की नसीहत भी दी गई। राजधानी के हर्षवर्द्धन नगर स्थित की विद्या भारती के कार्यालय प्रज्ञा दीप में चल रही बैठक में भाजपा की ओर से प्रदेश संगठन महामंत्री भगत के अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लुनावत, विधायक रामेश्वर शर्मा और जिला अध्यक्ष विकास वीरानी भी पहुंचे थे।
संगठन मंत्रियों के बदलने पर भी चर्चा
प्रदेश में मौजूदा समय में छह संभागीय संगठन मंत्री काम कर रहे हैं। संघ संभागीय संगठन मंत्रियों की पुरानी व्यवस्था लागू करने की तैयारी में भी है। जिसमें 31 संगठन मंत्री हुआ करते हैं पर फिलहाल संघ नेताओं का मानना है कि कम से कम दस मंगठन मंत्री व्यवस्था लागू होने तक काम करने चाहिए। सूत्रों के मुबाति संघ नेता उज्जैन संगठन महामंत्री के कांड से भी खफा हैं। सूत्रों के मुताबिक रीवा संभागीय संगठन मंत्री जितेंद्र लिटोरिया को हटाया जा सकता है। वहीं, शैलेंद्र बरुआ को एक दशक से यही जिम्मेदारी संभालने के बाद अब उन्हें नई जवाबदारी सौंपी जा सकती है।