भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की भोपाल लोकसभा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया| नामांकन भरने से पहले उन्होंने यहां के सोमवारा में पहली चुनावी सभा की। इसके बाद रोड शो निकाला। इससे पहले सोमवार को साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शुभ मुहूर्त में दो सेट नामांकन दाखिल किए थे। इस दौरान 11 पंडितों ने स्वस्तिवाचन किया था। रोड शो के दौरान एनसीपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें काला झंडा दिखाने की कोशिश की। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई कर दी। झंडा दिखाने वाले युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
साध्वी के रोडशो में हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, साधु, संत, और दिग्गज नेता शामिल हुए हैं| साध्वी की रैली भी भगवामय नजर आई, इसमें शामिल सभी समर्थक भगवा पगड़ी पहने नजर आये| जय श्री राम और वन्दे मातरम् के नारों की गूँज सुनाई दी| नामांकन भरने के लिए जब साध्वी कलेक्ट्रेट पहुंचीं तो एनसीपी के एक कार्यकर्ता ने उन्हें काला झंडा दिखाया। जिसके बाद वो भागकर एसडीएम ऑफिस में घुस गया। गुस्साए भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसडीएम ऑफिस में घुसकर उसे पीटा। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने बीच-बचाव किया। प्रज्ञा के साथ ही आलोक संजर ने पार्टी के डमी कैंडीडेट के तौर पर अपना नामांकन जमा किया। रैली में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश संगठन प्रभारी डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के अलावा सांसद आलोक संजर मौजूद रहे। साध्वी के समर्थन में संतों को भी बुलाया गया है, रैली में महामंडलेश्वर परमानंद गिरी, अखिलेश्वरानंद, स्वामी हरिहरानंद, सुरेश्वरानद, साध्वी मेत्री हेमानंद चंद्रमादास महाराज उपस्थित रहे|
मैं महिला उत्पीड़न की प्रत्यक्ष प्रमाण हूं : साध्वी
नामांकन से पहले साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने एक सभा को सम्बोधित किया| जिसमे उन्होंने कहा जब सनातन संस्कृति पर कुठाराघात होता है तो संतों को आगे आना पड़ता है। इसलिए मैं चुनावी मैदान में कूदी हूं। वहीं उन्होंने महिला उत्पीड़न का मामला उठाते हुए कांग्रेस को कोसा। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि, मैं महिला उत्पीड़न की प्रत्यक्ष प्रमाण हूं। मुझे अलग-अलग तरह से प्रताड़ित किया गया। मैं इनकी प्रताड़ना की प्रत्यक्ष प्रमाण हूं। इन्होंने भगवा को आतंकवाद कहा। हिंदूत्व विकास का पर्याय है। ऐसे में मैं उनकी तकलीफों को जानती हूं और उनकी सुरक्षा के लिए कड़ा कानून लाने के लिए जो करना पड़े, वो करूंगी।