Approach road of Virasha Heights closed : राजधानी भोपाल के कोलार रोड इलाक़े में बनी विराशा हाईट्स के रहवासी लंबे समय से परेशान हैं। सोसायटी के मेन गेट से लगी हुई पुरानी अप्रोच रोड को पिछले काफ़ी समय से कंस्ट्रक्शन के नाम पर खोद दिया गया है और दो दिन पहले वहाँ किसी ने अवैध रूप से प्लॉट काट दिए। इसे लेकर रहवासियों ने प्रदर्शन किया और चेतावनी दी है कि अगर समय रहते इसपर कदम नहीं उठाया गया तो वो 7 मई को वे सामूहिक रूप से चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
क्या है मामला
लगभग डेढ़ महीने पहले विराशा हाईट्स से निकलने वाली अप्रोच रोड को बंद कर दिया गया। इसके बाद सोसायटी के गेट से लगे कालीबाड़ी मंदिर की तरफ़ से एक संकरी रोड बना दी गई है। ये रोड इतनी संकरी है कि यहाँ से एक साथ दो गाड़ियाँ भी नहीं निकल सकती। पिछले दिनों कई बार ऐसा हुआ कि गाड़ियाँ सड़के से नीचे स्लिप हो गई और बमुश्किल उन्हें किसी तरह निकाला गया।
लेकिन इस अप्रोच रोड को बंद किसने किया और वहाँ अवैध रूप से प्लॉट्स की मार्किंग कौन कर रहा है ? इसे लेकर फ़िलहाल सही सही जानकारी कोई नहीं दे रहा है। इस मामले में विराशा हाईट्स के बिल्डर विनीत चौहान भी हाथ झाड़ते नज़र आ रहे हैं। जब सोसायटी बनी थी तभी से ये अप्रोच रोड बनी हुई है और सालों से लोग यहीं से आना-जाना कर रहे हैं। लेकिन अब उस सड़क को बंद कर दिया गया है और साइड से एक पतली सी रोड बना दी गई है। अप्रोच रोड पर अवैध रूप से प्लाट काटे जा रहे हैं जो सीधे सीधे एनजीटी की गाइडलाइंस का उल्लंघन है। कलियासोत नदी को पाटकर इस तरह वहाँ खुलेआम कन्स्ट्रकशन किया जा रहा है और बिल्डर सहित पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के अधिकारी आँखें मूँदे बैठे हैं।
और भी हैं समस्याएँ
बता दें कि विराशा हाईट्स में पहले से ही कई तरह की समस्याएँ हैं। यहां पार्किंग की भारी समस्या है। बिल्डर ने सोसायटी में पार्किंग कुछ इस तरह बनाई है कि एक गाड़ी हमेशा दूसरी के पीछे फँसी रहती है और इसे लेकर सोसायटी में अक्सर ही लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं सोसायटी के कई फ्लैट्स में सीपेज की भी बहुत ज्यादा समस्या है। भारी भरकम मेटेनेंस राशि लेने के बाद भी बिल्डर द्वारा इनका कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है। और अब सोसायटी की अप्रोच रोड को भी बंद करने की साज़िश की जा रही है। स्थिति ये है कि लोगों का आना जाना मुश्किल हो गया है। इसे लेकर अब रहवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही इसका समाधान नहीं निकाला गया तो वो सामूहिक रूप से मतदान का बहिष्कार करेंगे। अब देखना होगा कि समय रहते बिल्डर और अधिकारियों की नींद खुलती है या नहीं।