भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बिना सूचना अनुमति और कोविड-19 प्रोटोकोल का उल्लंघन करने के आरोप में बीजेपी कार्यालय (BJP Office) के सामने बुधवार को प्रदर्शन करने वाले 27 चयनित शिक्षकों (Teachers) के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है। हबीबगंज पुलिस ने बलवा सहित अन्य धाराओं के तहत नामजद प्रकरण दर्ज किया है।
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बुधवार की दोपहर अपनी पदस्थापना समेत अन्य मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के करीब डेढ़ हजार चयनित महिला पुरुष शिक्षको ने बगैर अनुमति के उग्र प्रदर्शन किया था। इस मामले में 27 शिक्षकों के खिलाफ IPC की धारा 341, 147, 269 और 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है। दरअसल, इन सभी प्रदर्शनकारी शिक्षकों की मांग थी कि उनको 2019 में संविदा शिक्षक वर्ग 1 व 2 में चयन होने के बावजूद अब तक नियुक्ति नहीं दी गई है जिसके चलते उनके परिवार के सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है। इनमें कई महिलाएं भी थी जो अपने हाथ में राखी लेकर पहुंची थी और उनकी यह इच्छा थी कि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को राखी बांधकर अपनी मांग उनके सामने रखें। सीएम शिवराज तो नहीं पहुंचे लेकिन कांग्रेस के नेता जीतू पटवारी आंदोलन स्थल पर जरूर पहुंचे और महिलाओं से राखी भी बंधवाई। शिक्षा विभाग के अधिकारी इन लोगों को समझाने वहां पहुंचे थे लेकिन उन्हें भी बैरंग लौटा दिया गया।
दरअसल 2018 में संविदा शिक्षक वर्ग 1 के 19200 और वर्ग 2 के 11200 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। बाद में 2200 पद और जोड़े गए थे। इन सभी के परिणाम 2019 में आ गए लेकिन आज तक किसी भी शिक्षक को नियुक्ति नहीं दी गई। इन शिक्षकों का कहना है कि वे अब तक लगभग 15 बार प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन कमलनाथ सरकार से लेकर शिवराज सरकार तक किसी ने उनकी अभी तक नहीं सुनी है।