भोपाल।
बीते महिनों विधानसभा में एक विधेयक पर मत विभाजन के दौरान कमलनाथ सरकार का समर्थन करने वाले भाजपा विधायक शरद कोल का फिर बड़ा बयान सामने आया है।शरद कोल का कहना है कि मैं कमलनाथ सरकार से संतुष्ट हूं और साहब (सीएम कमलनाथ) के ही साथ हूं। कोल ने उस वक्त ये बयान दिया है जब हाल ही में विस अध्यक्ष द्वारा बीजेपी विधायक की सदस्यता शून्य कर दी गई है और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आने वाले दिनों में तीन चार और सीटे आने का दावा किया है। कोल के बयान के बाद भाजपा में खलबली मच गई है। वही सियासी गलियारों में भी चर्चाओं का बाजार गर्म हो चला है।
दरअसल, एक निजी अखबार से चर्चा करते हुए उन्होंने ये बात कही है। कोल का कहना है कि मैं कमलनाथ सरकार से संतुष्ट हूं और साहब (सीएम कमलनाथ) के ही साथ हूं। मैंने भाजपा नहीं छोड़ी है, मेरी प्राथमिक सदस्यता भाजपा की है और न ही अभी तक पार्टी ने मेरी सदस्यता समाप्त की है। इसलिए मेरी गिनती भाजपा की सदस्यता वाले विधायकों में होगी। मैंने क्षेत्र के विकास के लिए कांग्रेस की प्रदेश सरकार को समर्थन दिया था। प्रदेश सरकार भी ब्यौहारी क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव मदद कर रही है। इसलिए मुझे कोई मलाल नहीं।
वही उन्होंने आने वाले दिनों मे बड़ा होने की बात को लेकर कहा कि मैं किस पार्टी में हूं किसमें नहीं, इस बात का भी खुलासा जल्द ही होगा। आगामी दिसंबर माह में होने वाले विधाानसभा सत्र का मुझे भी बेसब्री से इंतजार है। इस सत्र में कई चौकाने वाली बातें सामने आएंगी। उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी में सिर्फ शिवराज जी को जानता था, उन्हीं के भरोसे कांग्रेस से भाजपा में आया था। लगभग 3 माह से मेरी उनकी कोई बात नहीं हुई। मुख्यमंत्री कमलनाथ से क्षेत्र के विकास को लेकर संपर्क में हूं। भाजपा से मेरा अभी दिल टूटा है रिश्ता नहीं, इस कारण क्षेत्रीय विधायक और सांसद से बात होते रहती है।
किसान आंदोलन से बनाई दूरी
सोमवार ( 4 नवंबर ) को भाजपा ने कमल नाथ सरकार के खिलाफ हर विधानसभा में जन आक्रोश रैली निकाली थी। इस दौरान शरद कोल ने ब्यौहारी विधानसभा सीट में शरद कोल ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया था।उन्होंने बीजेपी के इस कार्यक्रम से पूरी तरह से दूरी बनाए रखी।
13 दिन में तीसरा झटका
बीते 13 दिनों में भाजपा को ये तीसरा बड़ा झटका है। 24 अक्टूबर को भाजपा की झाबुआ उपचुनाव में हार हुई थी। वहीं, 2 नवंबर को पन्ना जिले के पवई विधानसभा से विधायक प्रहलाद सिंह लोधी की विधानसभा सदस्यता को रद्द कर दिया गया था। उसके बाद अब शरद कोल का कांग्रेस सरकार के समर्थन की बात से भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
जानिए शरद कोल के बारे में
कांग्रेस के समर्थन में वोट डालने वाले दूसरे विधायक शरद कोल हैं। वो शहडोल के ब्यौहारी से विधायक हैं। ब्यौहारी वो इलाका है, जो कभी कांग्रेस का परंपरागत क्षेत्र था। कोल ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रामपाल सिंह 32450 वोटों से हराया।ब्यौहारी आदिवासी बहुत इलाका है।परिसीमन के बाद ये सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। इसी विधान सभा क्षेत्र में संजय टाइगर रिजर्व बफर जोन आता है।