भोपाल/श्योपुर| कौन बनेगा करोड़पति में पचास लाख जीतकर सुर्ख़ियों में आई तहसीलदार अमिता सिंह तोमर किसी न किसी कारण चर्चा में रहती हैं| अब फेसबुक पर धर्म विशेष के लोगों पर किए गए कमेंट को लेकर महिला तहसीलदार विवादों में घिर गई हैं| विवादित कमेंट करना तहसीलदार अमिता सिंह तोमर को भारी पड़ सकता है। संविधान से जुड़ी एक पोस्ट पर आपत्तिजनक कमेंट करने पर कलेक्टर प्रतिभा पाल ने तहसीलदार अमिता सिंह को कारण बताओ नोटिस थमा दिया है। इससे पहले भी कई पोस्ट को लेकर अमिता सिंह विवादों में रही हैं, उन्होंने ‘चाटुकारिता और भ्रष्टाचार बनाम शासकीय सेवा’ शीर्षक से फेसबुक पर एक पोस्ट कर प्रदेशभर के नायब तहसीलदारों को भ्रष्ट और चाटुकार बता दिया था, साथ ही उन्होंने अमिता सिंह ने अपनी पोस्ट में सरकारी तंत्र को भी सड़ा हुआ बताया था| उन्होंने लिखा था कि अब तो प्रशासनिक अकादमियों में ही भ्रष्टाचार व चाटुकारिता की ट्रेनिंग दी जा रही है।
दरअसल, सीएए को लेकर देश भर में हो रहे प्रदर्शन के बीच 21 दिसंबर को संविधान को लेकर भोपाल के सैय्यद कासिफ अली निजवी ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट डाली थी। जिसमें लिखा कि “सही कहा था बाबा साहब ने, संविधान कैसा भी हो चलाने वाले सही होंगे तो संविधान अच्छा साबित होगा। अगर चलाने वाले बुरे होंगे तो अंतत: बुरा साबित होगा।’ इस पोस्ट पर कई लोगों ने अपने विचार पोस्ट किये, लेकिन तहसीलदार अमिता सिंह तोमर ने धर्म विशेष के लोगों के लिए अभद्र कमेंट कर दिया। जिसको लेकर एफबी पर ही उनकी आलोचना शुरू हो गई और यह मामला कांग्रेस के बड़े नेताओं तक भी जा पहुंचा| मामला मीडिया में भी आया| इसकी शिकायत सोमवार की सुबह कलेक्टर प्रतिभा पाल को मिली, तो उन्होंने अमिता सिंह को दिए नोटिस में इस कमेंट को लेकर भी जबाव मांगा है। कलेक्टर ने नोटिस में 24 घंटे में (मंगलवार की दोपहर तक) जबाव तहसीलदार अमिता सिंह से मांगा है।
कौन बनेगा करोड़पति से आई सुर्खियों में
अमिता सिंह तोमर कौन बनेगा करोड़पति में 50 लाख रुपए जीतकर सुर्खियों में आई थीं। तब भी वे श्योपुर में पदस्थ थी। वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहती हैं। पिछले साल जब राज्य शासन ने राजगढ़ से उनका तबादला सीधी कर दिया था, तब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। तबादले का मामला उन्होंने सोशल मीडिया पर भी उठाया। हालांकि उन्हें सीधी जाकर ज्वाइन करना पड़ा । कुछ महीने में उनका तबादला सीधी से भी किया गया था, कोर्ट के आदेश पर तबादला स्थगित हुआ था और वह चुहरट में ही पदस्थ रहीं। इसके बाद उनका तबादला फिर हो गया|
‘ट्रांसफर वाली मैडम’ कहकर उड़ाया जाता था मजाक, पीएम को लिखी थी चिट्ठी
तहसीलदार अमिता सिंह तोमर ने तबादलों के पीड़ा जाहिर करते हुए कहा था 13 साल में 9 जिलों में 25 बार तबादले हो चुके हैं। इसकी शिकायत वे ट्वीटर के जरिए प्रधानमंत्री मोदी तक से कर चुकी हैं। राजगढ़ से चुरहट तबादले के बाद उन्होंने सवाल उठाए थे और महिला अधिकारी को 600 किमी दूर भेजने पर पीएमओ को भी शिकायत की थी। इससे पहले वो ब्यावरा में पदस्थ थी और 800 किमी दूर सीधी तबादला होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र औैर मुख्यमंत्री को ट्विट कर न्याय की गुहार लगाई थी। अमिता, केबीसी में 50 लाख रुपए भी जीत चुकी हैं। उस समय उन्होंने कहा था कि पहले कभी उन्हें केबीसी वाली मैडम के नाम से पुकारा जाता था, लेकिन अब तबादले वाली मैडम कहकर मजाक उड़ाया जाता है।