भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव (By-election) में मंत्रियों (Ministers) को अब प्रभार वाली विधानसभा सीटों (Assembly seats) पर ज्यादा समय देना होगा। इन मंत्रियों को क्षेत्र में हो रहे कैंपकर, बूथवार बैठकें लेनी होगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत चुनाव समिति के अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी में कही।
बैठक में मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra), भूपेंद्र सिंह (Bhupendra Singh) और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान (Nand kumar Singh Chauhan) भी मौजूद थे। बैठक में संगठन महामंत्री सुहास भगत (Suhas Bhagat) ने सभी 28 विधानसभा क्षेत्र में 3 दिनों तक चले महा जनसंपर्क अभियान की जानकारी दी और 2 अक्टूबर को शुरू हुए मंडल सम्मेलनों को लेकर की गई तैयारियों के बारे में बताया। बैठक में सीएम ने संगठन पदाधिकारियों से पूछा कि जिन मंत्रियों विधायक या अन्य नेताओं को विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी या सहप्रभारी बनाया गया है वह अपने क्षेत्र में जा रहे हैं या नहीं।
संगठन नेताओं ने बताया कि अधिकांश मंत्री और पदाधिकारी प्रभाव वाले क्षेत्रों में एक दौरे की बैठक कर चुके हैं। बैठक में यह भी कहा गया कि कांग्रेस जनता में भ्रम फैलाने वाले मुद्दे लाएगी और प्रत्याशियों की छवि पर भी प्रहार करेगी, हमे इसका करारा जवाब उन्हें देना है। बैठक में चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह ने चुनावी तैयारियों को लेकर बूथ लेवल तक किए जा रहे कामों के बारे में विस्तार से बताया।