भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की शिवराज सरकार (MP Shivraj Government) कुपोषण को मिटाने के लिए लगातार प्रयासरत है। आए दिन सरकार द्वारा नए नवाचार किए जा रहे है।इसी कड़ी में अब सरकार ने कुपोषित बच्चों के हित में एक और बड़ा फैसला लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब आंगनबाड़ी केंद्रों में लगाई गई पोषण वाटिकाओं में उगने वाली सब्जी और फल बाजार में नहीं बेचे जाएंगे। इस संबंध में विभाग ने दिशा निर्देश जारी कर दिए है।
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दरअसल, मध्य प्रदेश के 96 हजार 135 आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका लगाई गई है, जिसमें विभिन्न किस्मों की सब्जियां और फल उगाए जाते है, जिसकी प्रधानमंत्री कार्यालय सघन मानीटरिंग कर रहा है, ऐसे में इन्हें अब बाहर ना बेचकर अति कुपोषित, कुपोषित बच्चों, गर्भवती- धात्री महिलाओं को दी जाएगी।इसकी निगरानी और रखरखाव का जिम्मा जिला कार्यक्रम अधिकारी और परियोजना अधिकारियों को दिया गया है। इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department)ने निर्देश जारी किए हैं।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, निर्देश में यह भी कहा गया है कि इन फल और सब्जियां को प्राथमिकता के आधार पर आंगनबाड़ी केंद्रों के हितग्राहियों और केंद्रों के लिए भोजन तैयार करने वाले स्व-सहायता समूहों को भी दिए जा सकते हैं।यह व्यवस्था नियमित रूप से दिए जा रहे नाश्ता और गर्म भोजन के अलावा होगी। पूरे देश में आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका बनाई गई हैं।उन्होंने जिले के अधिकारियों से मार्च 2022 तक पोषण वाटिका को लेकर प्रगति प्रतिवेदन भी मांगा है।