भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। शिवराज सरकार दूध पर तालाबंदी करने जा रही है। दरअसल ये कदम दूध के टैंकरों में मिलावट को रोकने और दूध की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए उठाया जा रहा है। इसके लिए एम.पी. स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन दूध का संकलन करने वाले टैंकरों में डिजिटल लॉक और व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम लगाया जाएगा। पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने बताया कि ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा।
प्रेम सिंह पटेल ने कहा कि लंबे समय से दूध के टैंकरों में मिलावट की शिकायतें मिल रही थी। डिजिटल लॉक और व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम से मिलावट पर प्रभावी अंकुश लगेगा और दूध की गुणवत्ता बरकरार रहेगी। उन्होने बताया कि अप्रैल-जून, 2021 में प्रदेश के दुग्ध संघों द्वारा 8 लाख 35 हजार 959 लीटर दूध संकलित किया गया। इनमें भोपाल दुग्ध संघ द्वारा 2 लाख 87 हजार 333, इंदौर दुग्ध संघ द्वारा 3 लाख 12 हजार 369, उज्जैन दुग्ध संघ एक लाख 37 हजार 122, ग्वालियर दुग्ध संघ 22 हजार 290, जबलपुर दुग्ध संघ 49 हजार 285 और बुंदेलखण्ड दुग्ध संघ द्वारा 27 हजार 560 लीटर दूध का संकलन किया गया। इस अवधि में दुग्ध संघों द्वारा 5 लाख 99 हजार 810 लीटर दूध का विक्रय किया गया, जिनमें सर्वाधिक विक्रय 2 लाख 82 हजार 299 भोपाल दुग्ध संघ द्वारा और 2 लाख 11 हजार लीटर इंदौर दुग्ध संघ द्वारा किया गया। विक्रय से बचा हुआ 2 लाख 36 हजार 149 लीटर दूध दूसरे राज्यों को भेजा गया।