भोपाल| ई-टेंडरिंग मामले में पूर्व निज सचिवों की गिरफ्तारी करके पूर्वमंत्री नरोत्तम मिश्रा पर सरकार शिकंजा कस रही है। उनके समर्थन में किसी भी भाज��ा नेता ने अब तक बयान नहीं दिया था, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती नरोत्तम के समर्थन में उतर आई । इसके बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी साथ नरोत्तम को मिल गया है|
मीडिया से चर्चा में शिवराज ने ई-टेंडरिंग मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा है, वहीं नरोत्तम मिश्रा के समर्थन में ताल ठोकी है| उन्होंने कहा नरोत्तम मिश्रा पार्टी के वरिष्ठ नेता है, कांग्रेस सरकार उन्हें जबरन फंसाने की कोशिश कर रही है| जब ई टेंडर मैं कुछ काम ही नहीं हुआ तो घोटाला कैसा| उन्होंने कहा पूरी पार्टी नरोत्तम मिश्रा के साथ खड़ी है यह सिर्फ दबाव बनाने की राजनीति है|
इससे पहले उमा भारती ने ट्वीट कर नरोत्तम मिश्रा का बचाव करते हुए इसे कमलनाथ सरकार का कुत्सित प्रयास बताया है। उन्होंने एक के बाद एक चार ट्वीट किए। ट्वीट में लिखा कि ‘पिछले कुछ दिनों से समाचार पत्रों में नरोत्तम मिश्रा के साथ रहे लोगों पर आर्थिक अपराधों के आधार पर कार्रवाई की खबर आ रही है। मैं नरोत्तम मिश्रा को 1985 से जानती हूं वह मेरे सशक्त सहयोगी रहे हैं एवं मध्य प्रदेश के भाजपा के सशक्त आधार है, अचानक उनकी छवि को खराब करने का सरकार का कुत्सित प्रयास निंदनीय है। मप्र में कमलनाथ की सरकार बने हुए 7 महीने हो चुके हैं अचानक इस प्रकार की कार्रवाई यह इंगित करती है कि नरोत्तम मिश्रा का मनोबल गिराने का प्रयास है। नरोत्तम मिश्रा भाजपा के एक समर्थ कार्यकर्ता एवं मजबूत इरादों के व्यक्ति हैं उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। मैं एवं बीजेपी पूरी तरह से उनके साथ हैं। उमा के बाद अब शिवराज भी नरोत्तम के समर्थन में खड़े हो गए हैं|
नरोत्तम दे चुके हैं चुनौती
जल संसाधन विभाग के टेंडरों में हुई छेड़छाड़ और गड़बड़ी के मामले में निर्मल अवस्थी और वीरेंद्र पांडे को गिरफ्तार किया जा चुका है। दोनों पूर्व मंत्री मिश्रा के करीबी हैं। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति से भी ईओडब्ल्यू पूछताछ कर चुकी है। आशंका जताई जा रही है कि इसके बाद मिश्रा पर भी आंच आ सकती है।हालांकि मिश्रा कमलनाथ सरकार को दो बार जांच के लिए चुनौती दे चुके है, कि अगर सरकार के पास कोई सबूत है तो दिखाएं और कार्रवाई करे।