Jitu Patwari accused the government : सीधी से बीजेपी विधायक रीति पाठक द्वारा भरे मंच से उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला से शिकायत करने और सात करोड़ राशि के गुम होने की बात कहने के बाद अब कांग्रेस प्रदेश सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि अगर बीजेपी विधायक की ही सुनवाई नहीं है तो आम आदमी की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसी के साथ उन्होंने सभी पचपन जिलों को आवंटित राशि का हिसाब भी मांगा है।
दो दिन पहले ही उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला सीधी में थे। वे यहां सीधी अस्पताल में में 96-स्लाइस सीमेंस सीटी स्कैन, नर्सिंग केंद्र, प्राकृतिक चिकित्सा (नेचुरोपैथी) और आयुर्वेद केंद्र का शिलान्यास एवं शुभारंभ करने पहुंचे थे, लेकिन मंच से वहां की विधायक रीति पाठक ने कुछ ऐसी बातें कहीं..जो अब सुर्खियों में हैं।
क्या है मामला
दरअसल, सीधी से बीजेपी विधायक रीति पाठक ने उस कार्यक्रम में मंच से ये शिकायत की कि वो 6-7 बार उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन अब तक किसी का भी जवाब नहीं आया। उन्होंने ये तक कह डाला कि उपमुख्यमंत्री रीवा जिले से निकलकर अन्य जिलों पर भी ध्यान दें। इतना ही नहीं, रीति पाठक ने स्वास्थ्य विभाग को दिए गए 7 करोड़ रुपए गुम होने की बात कहकर सनसनी फैला दी। उन्होंने राजेंद्र शुक्ला को ही ये जिम्मेदारी भी सौंप दी कि वे ही गुम हुए पैसे ढूँढकर लाएं।
कांग्रेस ने सरकार को घेरा
रीति पाठक का ये वीडियो अब वायरल है और कांग्रेस इसे लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साध रही है। जीतू पटवारी ने इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए लिखा है कि ‘प्रदेशवासियों, इस वीडियो को गौर से देखें/सुनें! यदि भाजपा सरकार में बीजेपी विधायक की सुनवाई भी नहीं हो रही है, तो आम नागरिकों की क्या हैसियत होगी ? सवाल यह भी है कि उप मुख्यमंत्री जैसे ऐसे कितने नेता हैं, जो सिर्फ अपने जिलों में सीमित हो गए हैं और पूरी ताकत से लोकल पॉलिटिक्स इंजॉय कर रहे हैं? मोहन सरकार यह भी तो बताए कि 7 करोड़ कहां गए? यदि एक जिले में ये हाल है, तो 55 जिलों का हिसाब भी दें? लूट का यह “परिवहन” कब तक, कहां तक? यह “पर्ची” बहुत महंगी है!’ इस तरह एक बार फिर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को घेरते हुए उनसे जिलों को आवंटित राशि का हिसाब मांगा है।
प्रदेशवासियों,
इस वीडियो को गौर से देखें/सुनें! यदि भाजपा सरकार में @BJP4MP विधायक की सुनवाई भी नहीं हो रही है, तो आम नागरिकों की क्या हैसियत होगी?सवाल यह भी है कि उप मुख्यमंत्री जैसे ऐसे कितने नेता हैं, जो सिर्फ अपने जिलों में सीमित हो गए हैं और पूरी ताकत से लोकल पॉलिटिक्स… pic.twitter.com/DnCE40S5sZ
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) January 20, 2025