7 करोड़ कहां गए! सीधी विधायक के आरोप के बाद कांग्रेस MP सरकार पर हमलावर, कहा ’55 जिलों का हिसाब दीजिए’

अब तक विपक्ष ही सरकार पर आरोप लगा था कि कांग्रेस विधायकों को उनके जिलों के विकासकार्यों के लिए राशि आवंटित नहीं की जा रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद कांग्रेस विधायकों ने इस बात का विरोध करते हुए ये ऐलान भी किया था कि वो अपना वेतन सरकार को लौटाएंगे। लेकिन अब बीजेपी विधायक भी खुलेआम उपमुख्यमंत्री से शिकायत करती नज़र आ रही हैं। इस घटना के बाद विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।

Shruty Kushwaha
Published on -

Jitu Patwari accused the government : सीधी से बीजेपी विधायक रीति पाठक द्वारा भरे मंच से उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला से शिकायत करने और सात करोड़ राशि के गुम होने की बात कहने के बाद अब कांग्रेस प्रदेश सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि अगर बीजेपी विधायक की ही सुनवाई नहीं है तो आम आदमी की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसी के साथ उन्होंने सभी पचपन जिलों को आवंटित राशि का हिसाब भी मांगा है।

दो दिन पहले ही उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला सीधी में थे। वे यहां सीधी अस्पताल में में 96-स्लाइस सीमेंस सीटी स्कैन, नर्सिंग केंद्र, प्राकृतिक चिकित्सा (नेचुरोपैथी) और आयुर्वेद केंद्र का शिलान्यास एवं शुभारंभ करने पहुंचे थे, लेकिन मंच से वहां की विधायक रीति पाठक ने कुछ ऐसी बातें कहीं..जो अब सुर्खियों में हैं।

क्या है मामला

दरअसल, सीधी से बीजेपी विधायक रीति पाठक ने उस कार्यक्रम में मंच से ये शिकायत की कि वो 6-7 बार उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन अब तक किसी का भी जवाब नहीं आया। उन्होंने ये तक कह डाला कि उपमुख्यमंत्री रीवा जिले से निकलकर अन्य जिलों पर भी ध्यान दें। इतना ही नहीं, रीति पाठक ने स्वास्थ्य विभाग को दिए गए 7 करोड़ रुपए गुम होने की बात कहकर सनसनी फैला दी। उन्होंने राजेंद्र शुक्ला को ही ये जिम्मेदारी भी सौंप दी कि वे ही गुम हुए पैसे ढूँढकर लाएं।

कांग्रेस ने सरकार को घेरा

रीति पाठक का ये वीडियो अब वायरल है और कांग्रेस इसे लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साध रही है। जीतू पटवारी ने इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए लिखा है कि ‘प्रदेशवासियों, इस वीडियो को गौर से देखें/सुनें! यदि भाजपा सरकार में बीजेपी विधायक की सुनवाई भी नहीं हो रही है, तो आम नागरिकों की क्या हैसियत होगी ? सवाल यह भी है कि उप मुख्यमंत्री जैसे ऐसे कितने नेता हैं, जो सिर्फ अपने जिलों में सीमित हो गए हैं और पूरी ताकत से लोकल पॉलिटिक्स इंजॉय कर रहे हैं?  मोहन सरकार यह भी तो बताए कि 7 करोड़ कहां गए? यदि एक जिले में ये हाल है, तो 55 जिलों का हिसाब भी दें? लूट का यह “परिवहन” कब तक, कहां तक? यह “पर्ची” बहुत महंगी है!’ इस तरह एक बार फिर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को घेरते हुए उनसे जिलों को आवंटित राशि का हिसाब मांगा है।


About Author
Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News