इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्य प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने मंगलवार को इंदौर प्रवास पर वहा पर शरणार्थी के रूप में रह रहे 101 सिंधियों को नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान किये। इस दौरान नरोत्तम ने मंच से ऐसी बात कही कि सिंधी समाज के लोगों ने भी दांतों तले उंगली दबा ली।
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गृह एवं जेल मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में पाकिस्तान (Pakistan) से आकर शरणार्थी के रूप में रह रहे 101 सिंधियों को नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान किये। इस दौरान नरोत्तम ने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र दतिया और पूर्व विधानसभा क्षेत्र डबरा में सिंधी समाज के काफी लोग रहते हैं और बचपन से प्रेम, भाईचारे और पारिवारिक माहौल ने उन्हें भी सिंधी भाषा सिखा दी है। न केवल सिखा दी बल्कि वे बोलना और लिखना भी अच्छी तरह जानते हैं। नरोत्तम ने कहा कि उन्हें सिंधी की बारहखड़ी अच्छी तरह याद है। नरोत्तम ने जब सिंधी भाषा बारहखड़ी सुनाई तो लोगों ने दांतों तले उंगलियां दबा ली।
इस दौरान नरोत्तम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जमकर तारीफ की और कहा कि नागरिकता कानून में किए गए संशोधन के चलते ही अब हमारे सिंधी समाज के भाई राष्ट्र के अभिन्न अंग बन पा रहे हैं। सिंधी समाज का देश के विकास और प्रगति में अभूतपूर्व योगदान है और व्यापार को तरक्की देने में तो सिंधी समाज देश के विकास का आइकॉन है। इस अवसर पर उपस्थित सिंधी समाज के लोगों ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का आभार प्रकट किया और कहा कि नागरिकता नियमों के सरलीकरण के चलते ही अब वे इस देश के नागरिक बन पाए हैं।