नीमच, कमलेश सारडा। मध्य प्रदेश (MP) सरकार तरक्की के लाख दावे कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आती है। सड़कों से लेकर नदियों पर पुल के लिए आज भी कई ग्रामीण इलाके तरस रहे हैं। प्रदेश में आज भी छोटी-छोटी सुविधाओं का खासा अभाव देखा जा सकता है। ताजा मामला कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा (Minister Om Prakash Saklecha) की विधानसभा क्षेत्र का है। जहां शमशान घाट अव्यवस्थाओं का शिकार हुआ पड़ा है। भारी बारिश में लोग एक शव को जलाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। जिसका वीडियो भी सामने आया है।
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यह वीडियो नीमच जिले के जावद तहसील के सेमल मीणा गांव का है। जहां अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो वह लोगों के लिए बारिश के दिनों में मुसीबत बन जाती है। क्योंकि यहां ना तो शमशान में शव को जलाने की व्यवस्था है और ना ही लोगों के खड़े होने की। जिसके चलते लोगों को दाह संस्कार के लिए खासी मशक्कत करना पड़ता है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह तेज बारिश में शव के ऊपर ग्रामीण अस्थाई टीन का चद्दर लेकर खड़े हैं और शव जलने का इंतजार कर रहे हैं।
श्मशान पर नहीं टीन शेड
दरअसल जावद विधानसभा क्षेत्र की सेमल पंचायत के गांव सेमल मीणा में शमशान में किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है। वीडियों में एक शव को जलाने के लिए अस्थाई टिन के चद्दर का उपयोग किया जा रहा हैं। टीन शेड को बमुश्किल ग्रामीण संभाल रहे हैं और शव जलाने का प्रयास करते परेशान होते दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों को बारिश के कारण श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी। सेमल मीणा गांव में कई वर्षों से इसी प्रकार बारिश में शव जलाने के लिए गामीणों को मजबूर होना पड़ता हैं। वहीं दूसरी ओर प्रशासन आधुनिकता और विकास के दावों की बात करता हैं, लेकिन सेमल गांव के इस दृश्य ने प्रशासन के सारे दावों की पोल खोलकर रखी दी हैं। जावद तहसील के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से ही वंचित दिखाई दे रहे है।