भोपाल।
कमलनाथ कैबिनेट में हंगामे के बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। सीएम से सिंधिया खेमे के मंत्रियों के व्यवहार को लेकर सवाल उठने लगे है। इतिहास में यह पहला मौका रहा है जब मंत्री सीएम से भिड़े हो और सीएम ने उन्हें खरी-खोटी सुनाई हो। विपक्ष भी इसको लेकर सवाल खड़े कर रहा है। वहीं कांग्रेस के अंदरखाने भी कैबिनेट में सामने आई खींचतान पर सवाल उठा रहे हैं| इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद ने सिंधिया समर्थक मंत्रियों पर कटाक्ष किया है और नसीहत दी है कि वे मुख्यमंत्री से किस तरह का व्यवहार करे।
दरअसल, कैबिनेट में उपजे विवाद के बाद वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा ने फेसबुक के माध्यम से कांग्रेस के सिंधिया गुट समर्थक मंत्रियों को सलाह दी है। पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा ने लिखा है कि कैबिनेट मीटिंग में कमलनाथ से भिड़े मंत्री, बैठक छोड़ जा रहे मिनिस्टर को सीएम ने भी सुनाई खरी-खोटी। मेरी प्रदेश के माननीय मंत्रियो को सलाह है कि आप युद्ध में जीते हुए योद्दा है, पराजित योद्धाओं सा व्यवहार ना करें। मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के व्यक्तित्व और गरिमा के अनुकूल आचरण करते हुए यह न भूलें कि हम सरकार में हैं और हमें आमजनता व कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं का आदर करना चाहिए।
बता दे कि प्रताप भानु शर्मा पहले सिंधिया के घोर समर्थक माने जाते थे, लेकिन पिछले कुछ समय में एसएटीआई विदिशा को लेकर उनके बीच तकरार बढ़ी हे। हाल ही में लोकसभा चुनाव में शर्मा को प्रभारी बनाया गया था और उन्होंंने विदिशा से चुनाव लड़ने की भी इच्छा जाहिर की थी। लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नही दिया। विदिशा लोकसभा सीट से प्रतापभानु शर्मा 1980 से 1985 और 1985 से 1990 तक दो बार सांसद रहे हैं।