भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। देश व प्रदेश में डीजल और पेट्रोल की कीमतों में हो रही बेतहाशा वृद्धि को लेकर मध्य प्रदेश ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने बड़ा ऐलान किया है। एसोसिएशन ने सरकार से जल्द इन बढ़ी हुई कीमतों पर अंकुश लगा राहत देने की मांग की है और ऐसा ना होने पर काम बंद करने की चेतावनी दी है।
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कोरोना के कारण बंद पड़ा व्यापार और उस पर महंगाई की मार। हम बात कर रहे हैं प्रदेश में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी की। प्रदेश में पेट्रोल और डीजल दोनों शतक लगा चुके हैं। कुछ जिलों में तो पेट्रोल 109 रू लीटर तक पहुंच गया है। पिछले एक सप्ताह में डीजल और पेट्रोल के दामों में 8 रूपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। इन सब का असर अन्य बातों के साथ-साथ ट्रांसपोर्टर पर भी पड़ रहा है। मध्य प्रदेश ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने सरकार को चेतावनी दी है कि जल्द ट्रक, बस व टैक्सी संचालकों को सरकार को राहत देनी चाहिए और यदि ऐसा नहीं किया गया तो ट्रक, बस व टैक्सी मालिक अपनी परिवहन सेवाएं पूरी तरह से बंद कर देंगे।
मुकाती ने कहा है कि पेट्रोलियम पदार्थों की लगातार बढ़ती कीमतों ने देश व प्रदेश के वाहन मालिकों को हलकान कर दिया है। बढ़ी कीमतों की वजह से वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। बचत शून्य हो गई है। लॉकडाउन-2 के कारण व्यापारिक गतिविधिया बंद है। वाहनों की किश्तें लगातार बैंक ले रहे हैं और ऐसे में बढ़ी हुई पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों से संचालन लागत भी बढ़ रही है जिसका खामियाजा आम जनता को बढ़े हुए मालभाड़े के रूप में चुकाना पड़ेगा। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि जनता पहले से ही परेशान है और वे जनता को और ज्यादा परेशान नहीं करना चाहते। इसलिये सरकार को पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाकर इनकी कीमतों पर अंकुश लगाना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जहां कच्चे तेल की कीमतें कम हो रही है, लेकिन यहां कई दिनों से पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है जो गलत है।