भोपाल। मध्य प्रदेश के सहकारिता सामान प्रशासन मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह अपने ही विभाग के प्रमुख सचिव अजित केसरी से खफा है। दरअसल डॉक्टर गोविंद सिंह ने भोपाल कोऑपरेटिव बैंक लि द्वारा आईएफ एंड एलसी आईटीएनएल और आईटीईएस को दिए गए 180 करोड़ रुपए के लोन का मामला पकड़ा था जिसे कंपनी के कर्ताधर्ताओं के द्वारा आज तक नहीं चुकाया गया। इस लोन को वसूलने में बैंक में भी कोई रुचि नहीं दिखाई और जब इस संबंध में डॉक्टर गोविंद सिंह ने प्रमुख सचिव अजित केसरी को पत्र लिखकर इस कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को कहा तो अजीत केसरी ने भी कोई कार्रवाई न करते हुए इस मामले में चुप्पी साध ली। दरअसल यह लोन जब दिया गया था तो सभी नियम कायदों को ताक पर रख दिया गया था और हैरत की बात यह है कि उस समय भी सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव अजित केसरी ही थे। केसरी द्वारा इस मामले में कार्यवाही न किए जाने को डॉक्टर गोविंद सिंह ने गंभीरता से लिया है और इस मामले की शिकायत मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री से की है। अब देखना यह है कि केसरी के खिलाफ सरकार क्या कार्रवाई करती है।